Bihar Board Class 11 History Solutions Chapter 1 समय की शुरुआत से Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.
BSEB Bihar Board Class 11 History Solutions Chapter 1 समय की शुरुआत से
Bihar Board Class 11 History समय की शुरुआत से Textbook Questions and Answers
पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
दिए गए सकारात्मक प्रतिपुष्टि व्यवस्था (Positive Feedback Mechanism) को दर्शाने वाले आरेख को देखिए क्या आप उन निवेशों (Inputs) की सूची दे सकते हैं जो औजारों के निर्माण में सहायक हुई? औजारों के निर्माण से किन-किन प्रक्रियाओं को बल मिला?
सकारात्मक प्रतिपुष्टि व्यवस्था –
किसी बॉक्स विशेष की ओर इंगित तीर के निशान उन प्रभावों को बताते हैं जिनकी वजह से कोई विशेषता विकसित हुई।
उत्तर:
औजारों के निर्माण में सहायक निवेश –
- मस्तिष्क के आकार और उसकी क्षमता में वृद्धि।
- औजारों के इस्तेमाल के लिए और बच्चों व चीजों को ले जाने के लिए हाथों का मुक्त होना।
- सीधे खड़े होकर चलना।
- आँखों से निगरानी, भोजन और शिकार की तलाश में लंबी दूरी तक चलना।
प्रक्रियाएँ जिनको औजारों के निर्माण से बल मिला –
- सीधे खड़े होकर चलना।
- आँखों से निगरानी, भोजन और शिकार की तलाश में लंबी दूरी तक चलना।
- मस्तिष्क के आकार और उसकी क्षमता में वृद्धि
प्रश्न 2.
मानव और लंगूर तथा वानरों जैसे स्तनपायियों के व्यवहार तथा शरीर रचना में कुछ समानताएँ पाई जाती हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि संभवतः मानव का क्रमिक विकास वानरों से हुआ। (क) व्यवहार और (ख) शरीर रचना शीर्षकों के अंतर्गत दो अलग-अलग स्तंभ बनाइए और उन समानताओं की सूची दीजिए। दोनों के बीच पाए जाने वाले उन अंतरों का भी उल्लेख कीजिए जिन्हें आप महत्वपूर्ण समझते हैं ?
उत्तर:
समानताएँ :
(क) व्यवहार और –
(ख) शरीर रचना –
असमानताएँ:
(क) व्यवहार और –
(ख) शरीर रचना –
प्रश्न 3.
मानव उद्भव के क्षेत्रीय निरंतरता मॉडल के पक्ष में दिए गए हैं। तर्कों पर चर्चा कीजिए। क्या आपके विचार से यह मॉडल पुरातात्विक साक्ष्य का युक्तियुक्त स्पष्टीकरण देता है?
उत्तर:
मानव उद्भव के क्षेत्रीय मॉडल के अनुसार आधुनिक मानव का विकास भिन्न-भिन्न ‘देशों में रहने वाले होमो सैपियंस से हुआ। उनके विकास की गति धीमी थी और अलग-अलग थी। इसलिए आधुनिक मानव संसार के भिन्न-भिन्न भागों में अलग-अलग स्वरूप में दिखाई दिया। इस तर्क का आधार आज के मनुष्यों में पाये जाने वाले विभिन्न लक्षण हैं। इस मॉडल के समर्थकों का मानना है कि ये विभिन्नताएँ एक ही क्षेत्र में पहले से रहने वाले होमो एरेक्टस तथा होमो हाइलबर्गसिस समुदायों में पाई जाने वाली असमानताओं के कारण हैं। हमारे विचारों के मॉडल पुरातात्विक साक्ष्य का युक्तियुक्त स्पष्टीकरण नहीं देता। इसमें कहीं न कहीं कोई त्रुटि अवश्य है।
प्रश्न 4.
इनमें से कौन-सी क्रिया के साक्ष्य व प्रमाण पुरातात्त्विक अभिलेख में सर्वाधिक मिलते हैं-(क) संग्रहण, (ख) औजार बनाना, (ग) आग का प्रयोग।
उत्तर:
औजार बनाना।
प्रश्न 5.
भाषा के प्रयोगों से (क) शिकार करने और (ख) आश्रय बनाने के काम में कितनी मदद मिली होगी ? इस पर चर्चा करिए । इन क्रियाकलापों के लिए विचार-संप्रेषण के अन्य किन तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता था?
उत्तर:
भाषा के प्रयोगों से शिकार करने तथा आश्रय बनाने में बहुत अधिक सुविधा मिली होगी जिसका वर्णन इस प्रकार है
(क) शिकार करने में –
- लोग शिकार की योजना बना सकते थे।
- वे शिकार के तरीकों एवं तकनीकों पर एक-दूसरे से चर्चा कर सकते थे।
- वे विभिन्न क्षेत्रों में जानवरों के बहुतायत की जानकारी प्राप्त कर सकते थे।
- वे जानवरों की प्रकृति एवं स्वभाव पर विचार-विमर्श कर सकते थे।
- वे शिकार के लिए औजारों में सुधार ला सकते थे।
- वे मारे गए जानवर के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के उपयोग पर चर्चा कर सकते थे।
(ख) आश्रय बनाने में –
- लोग आश्रय बनाने के लिए उपलब्ध सामग्री की जानकारी प्राप्त कर सकते थे।
- वे आश्रय बनाने के लिए सुरक्षित क्षेत्रों पर चर्चा कर सकते थे।
- वे आश्रय स्थल के निकट उपलब्ध सुविधाओं पर विचारों का आदान-प्रदान कर सकते थे।
- वे आश्रय बनाने के तरीकों तथा तकनीकों की जानकारी एक-दृशो को दे सकते थे। इन क्रिया-कलापों के लिए लाग भाषा के अतिरिक्त संकेतों तथा चित्रकारियों का प्रयोग कर सकते थे।
प्रश्न 6.
अध्याय के अंत में दिए गए प्रत्येक कालानुक्रम में से किन्हीं दो घटनाओं को चुनिए और यह बताइये कि इनका क्या महत्व है?
उत्तर:
1. होमिनॉइड और होमोनिड शाखा विभाजन (64 लाख वर्ष पूर्व) – लगभग 64 लाख वर्ष पूर्व होमिनॉइड उपसमूह में ‘होमिनिइड’ वर्ग का विकास हुआ। यह प्राणियों का पहले से अधिक विकसित रूप था। इनके मस्तिष्क का आकार होमिनॉइड से बड़ा था । होमिनॉइड चार पैरों के बल चलते थे। जबकि होमिनिड सीधे खड़े होकर दो पैरों के बल चलते थे। होमिनिड के हाथ भी विशेष प्रकार के थे। इनकी सहायता से वे औजार बना सकते थे और उनका प्रयोग कर सकते थे।
2. पत्थर के सबसे पहले औजार (26-25 लाख वर्ष पूर्व) – आज से लगभग 26-25 लाख वर्ष पूर्व मानव ने पत्थर के सबसे पहले औजार बनाये और उनका प्रयोग करना सीखा। भले ही ये सादे तथा खुरदरे थे, तो भी मानव हिंसक जानवरों से अपनी रक्षा करने में सक्षम हो गया। उसके लिए जानवरों का शिकार करके भोजन प्राप्त करना भी सरल हो गया ।
कालानुक्रम – 2
1. स्वर – तंत्र का विकास-मानव में स्वर तंत्र के विकास का विशेष महत्त्व है। इससे मानव को बोलने की शक्ति मिली और वह अपने मन के विचार बोल कर प्रकट करने लगा। इससे शिकार करने, औजार बनाने तथा अन्य क्रियाकलापों के लिए नये तरीकों तथा तकनीकों का विकास. भी हुआ।
2. चूल्हों के इस्तेमाल के बारे में सबसे पहला साक्ष्य – चूल्हों के इस्तेमाल का सबसे पहला साक्ष्य दक्षिण फ्रांस में स्थित लाजारेट गुफा से मिला है। यहाँ दो चूल्हे पाये गए हैं। ये आग के नियंत्रित प्रयोग को दर्शाते हैं। इससे पता चलता है कि मानव लगभग 25000 वर्ष पूर्व आग का नियत्रित प्रयोग करना सीख गया था। वह आग से गुफाओं में प्रकाश करता था, उष्णता प्राप्त करता था और भोजन पकाता था। वह आग का इस्तेमाल भाले की नोक बनाने तथा खतरनाक जानवरों को भगाने के लिए भी करता था।
Bihar Board Class 11 History समय की शुरुआत से Additional Important Questions and Answers
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
प्रजाति या स्पीशीज क्या होती है?
उत्तर:
प्रजाति ऐसे जीवों का एक समूह होती है जो प्रजनन द्वारा नई संतान उत्पन्न कर सकते हैं। परंतु एक प्रजाति के जीव किसी अन्य प्रजाति के जीवों से प्रजनन करके संतान पैदा नहीं कर सकते।
प्रश्न 2.
आदि मानव के इतिहास की जानकारी में किन-किन खोजों ने सहायता पहुंचाई है?
उत्तर:
मानव के जीवाश्मों, पत्थर के औजारों तथा गुफाओं की चित्रकारियों की खोजों ने।
प्रश्न 3.
विलुप्त हो चुकी मानव प्रजातियों के जीवाश्मों का तिथि-निर्धारण कैसे किया जा सकता है?
उत्तर:
- प्रत्यक्ष रासायनिक विश्लेषण द्वारा तथा
- उन परतों की परोक्ष तिथि-निर्धारण द्वारा जिनमें वे दबे हुए पाये जाते हैं।
प्रश्न 4.
चार्ल्स डार्विन की मनुष्य की उत्पत्ति संबंधी पुस्तक का नाम बताएँ । विकास के संबंध में डार्विन ने क्या तर्क दिया?
उत्तर:
डार्विन की मनुष्य की उत्पत्ति संबंधी पुस्तक का नाम ‘ऑन द ओरिजिन ऑफ स्पीशीज’ है। उन्होंने तर्क दिया कि मानव का विकास बहुत समय पहले जानवरों से क्रमिक विकास के रूप में हुआ।
प्रश्न 5.
एशिया और अफ्रीका में प्राइमेट्स कब अस्तित्व में आये?
उत्तर:
लगभग 36 मिलियन (360 लाख) वर्ष पहले।
प्रश्न 6.
होमिनिड्ज (homonoids) का उदय अफ्रीका में हुआ था। इस संबंध में कौन-कौन से दो प्रमाण दिए जा सकते हैं?
उत्तर:
- यह अफ्रीकी वानरों का समूह है जिनका अफ्रीकी होमिनिडों से बहुत ही निकट का संबंध है।
- पूर्वी अफ्रीका में पाये गए आस्ट्रेलोपिथिकस वर्ग से संबंधित आरंभिक होमोनिड के जीवाश्म लगभग 56 लाख वर्ष पुराने हैं। इनके विपरीत अफ्रीका से बाहर पाये गए जीवाश्म 18 लाख वर्ष से अधिक पुराने नहीं हैं।
प्रश्न 7.
होमिनिड्ज की मुख्य विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
- मस्तिष्क का बड़ा आकार
- सीधे खड़ा होना
- दो पावों पर चलना
- हाथ विशेष क्षमता युक्त जिससे वह औजार बना सकता था तथा उनका प्रयोग कर सकता था।
प्रश्न 8.
होमोनिड्ज के दो महत्त्वपूर्ण वर्ग कौन-से हैं?
उत्तर:
- आस्ट्रेलोपिथिकस तथा
- होमो।
प्रश्न 9.
आस्ट्रेलोपिथिकस तथा होमो में क्या अंतर है?
उत्तर:
होमो की तुलना में आस्ट्रेलोपिथिकस के दिमाग का आकार छोटा, बड़ा, भारी तथा दाँत भी ज्यादा बड़े होते हैं।
प्रश्न 10.
वैज्ञानिकों ने विभिन्न मानव प्रजातियों को उनका नाम देने के लिए किन दो भाषाओं के शब्दों का प्रयोग किया है?
उत्तर:
यूनानी तथा लैटिन (लातिनी) भाषाओं में।
प्रश्न 11.
आस्ट्रेलोपिथिकस के कौन-से शारीरिक लक्षण उसे वृक्षों पर रहने के अनुकूल बनाते थे?
उत्तर:
- आगे के अवयवों का लंबा होना
- हाथों तथा पैरों की मुड़ी हुई हड्डियों तथा
- टखनों के घुमावदार जोड़।
प्रश्न 12.
औजार बनाने तथा लंबी दूरी तक चलने से आस्ट्रेलोपिथिकस में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर:
उसमें कई मानवीय लक्षणों का विकास हुआ।
प्रश्न 13.
‘होमो’ शब्द का क्या अर्थ है ? होमो के अवशेषों का वर्गीकरण किस प्रकार किया गया है?
उत्तर:’
होमो’ लातिनी (Latin) भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है ‘आदमी’ भले ही इसमें स्त्री और पुरुष दोनों ही शामिल हैं। होमो को उनकी विशेषताओं के अनुसार तीन वर्गों में बांटा गया है-
- होमो हैबिलिस (औजार बनाने वाले)
- होमो एरेक्टस (सीधे खड़े होकर पैरों के बल चलने वाले)
- होमो सेपियंस (चिंतनशील मनुष्य)।
प्रश्न 14.
कोई दो उदाहरण दीजिए जिनमें होमो के जीवाश्मों को उनकी प्राप्ति-स्थल के नाम पर नामित किया गया हो।
उत्तर:
- जर्मनी के शहर हाइडलबर्ग में पाए गए जीवाश्मों को होमोहाइडल बर्गेसिस (Homo heidel bergenisis) कहा गया है।
- निअंडर घाटी में पाए गए जीवाश्मों को होमो निअंडरथलैंसिस श्रेणी में रखा गया है।
प्रश्न 15.
यूरोप में पाये जाने वाले सबसे पुराने ‘होमो’ जीवाश्म कौन-कौन से हैं। ये किस प्रजाति के हैं?
उत्तर:
यूरोप में मिले सबसे पुराने जीवाश्म होमो हाइडलबर्गसिस तथा होमो निअंडरथलैंसिस हैं। ये दोनों ही होमो सैपियंस प्रजाति के हैं।
प्रश्न 16.
आदिकालीन मानव किन-किन तरीकों से भोजन प्राप्त करता था?
उत्तर:
आदिकालीन मानव कई तरीकों से अपना भोजन प्राप्त करता था-जैसे संग्रहण (Gatherings), शिकार (Hunting), अपमार्जन (Scavenging) और मछली पकड़ना (Fishing)।
प्रश्न 17.
मस्तिष्क का आकार होमो के किस लक्षण को दर्शाता है?
उत्तर:
अधिक बुद्धिमत्ता तथा अधिक अच्छी स्मृति को।।
प्रश्न 18.
किस बात से संकेत मिलता है कि होमिनिड्ज पूर्वी अफ्रीका के अन्य भागों से एशिया तथा यूरोप में पहुंचे?
उत्तर:
एशिया में पाए गए होमिनिड के जीवाश्म अफ्रीका में पाए गए जीवाश्मों की तुलना में बाद के हैं। इसलिए यह संभव है कि होमीनिड पूर्वी अफ्रीका के अन्य भागों से एशिया और यूरोप में पहुंचे।
प्रश्न 19.
आदिकालीन गुफाओं में पाये गए चूल्हे किस बात के द्योतक हैं?
उत्तर:
आग के नियंत्रित उपयोग के द्योतक हैं।
प्रश्न 20.
मनुष्य की भांति वानर औजारों का निर्माण तथा उनका उपयोग क्यों नहीं कर पाते थे?
उत्तर:
स्मरण शक्ति तथा आवश्यक कौशल के अभाव के कारण।
प्रश्न 21.
पत्थर के औजार बनाने और उनका इस्तेमाल करने का सबसे प्राचीन साक्ष्य कहाँ से मिला है? ये संभवतः किस प्रजाति ने बनाए थे?
उत्तर:
पत्थर के औजार बनाने और उनका इस्तेमाल किए जाने का सबसे प्राचीन साक्ष्य इथियोपिया और केन्या के पुरा स्थलों से मिला है। ये औजार संभवतः आस्ट्रेलोपिथिकस ने बनाए थे।
प्रश्न 22.
फ्रांस तथा स्पेन की किन गुफाओं में आदिकालीन चित्रकारियाँ पाई गई हैं? इन चित्रकारियों में किन-किन जानवरों के चित्र शामिल हैं ?
उत्तर:
फ्रांस में स्थित लैसकॉक्स (Lascaux) तथा चाउवेट (Chauvet) की गुफाओं में और स्पेन में स्थित आल्टामीरा की गुफा में जानवरों की अनेक चित्रकारियाँ पाई गई हैं। ये 30,000 से 12,000 वर्ष पहले बनाई गई थीं। इनमें जंगली भैसों, घोड़ों, हिरणों, गेण्डों, शेरों, भालुओं तेंदुओं आदि के चित्र शामिल हैं।
प्रश्न 23.
मानव विज्ञान से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
मानव विज्ञान वह विज्ञान है जो मानव संस्कृति और मानव जीव विज्ञान के उद्विकासीय पहलुओं का अध्ययन करता है।
प्रश्न 24.
अफ्रीका के हादजा जनसमूह का मुख्य भोजन क्या है। वे किस जानवर का मांस नहीं खाते?
उत्तर:
अफ्रीका के हादजा जनसमूह का मुख्य भोजन जंगली साग-सब्जियाँ तथा पशुओं का मांस हैं। वे हाथी का मांस नहीं खाते।
प्रश्न 25.
हादजा लोग जमीन और उसके संसाधनों पर अपना दावा क्यों नहीं करते?
उत्तर:
इसका कारण यह है कि –
- वे जहाँ चाहे रह सकते हैं।
- पशुओं का शिकार कर सकते हैं।
- कंदमूल और शहद इकट्ठा कर सकते है और पानी ले सकते हैं।
प्रश्न 26.
हादजा लोगों के पास सूखा पड़ने पर भी भोजन की कमी क्यों नहीं होती?
उत्तर:
हादजा लोगों के इलाके में सूखे के मौसम में भी पर्याप्त मात्रा में खाने वाले कंदमूल, बेर, बाओबाब पेड़ के फल आदि मिलते हैं। इसीलिए उनके पास भोजन की कमी नहीं होती।
प्रश्न 27.
आज के शिकारी समाजों में पाई जाने वाली तीन भिन्नताएं बताएँ।
उत्तर:
- आज के शिकारी समाज शिकार और संग्रहण को अलग-अलग महत्व देते हैं।
- उनके आकार भिन्न-भिन्न अर्थात् छोटे-छोटे हैं।
- उनकी गतिविधियों में भी अंतर पाया जाता है।
प्रश्न 28.
अंतिम हिमयुग का अंत होने के कोई दो परिणाम बताओ।
उत्तर:
- अपेक्षाकृत अधिक गर्म और नम मौसम की शुरूआत हुई।
- जंगली जौ और गेहूँ जैसे जंगली अनाज उगाने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हो गई।
प्रश्न 29.
जीवाश्म किस प्रकार लाखों वर्षों तक सुरक्षित रहते हैं?
उत्तर:
जीवाश्म प्राय: चट्टानों में दबे रहते हैं। फलस्वरूप वे लाखो वर्षों तक सुरक्षित रहते हैं।
प्रश्न 30.
विश्व के एक क्षेत्र का नाम बताएँ जहाँ आज से लगभग दस हजार साल पहले खेती और पशुचारण प्रारंभ हुआ?
उत्तर:
मध्य सागर के तट से लेकर ईरान में जागरोस (Zagros) पर्वतमाला तक फैला हुआ क्षेत्र जिसे फर्टाइल क्रीसेंट यानी उर्वर अर्धचंद्राकार क्षेत्र कहते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
आरंभिक मानव-प्रतिरूप के दो पैरों पर चलने से क्या लाभ हुए ? दो पैरों पर चलने वाले मानव के प्रारंभिक प्रत्यक्ष प्रमाण कहाँ से मिले हैं?
उत्तर:
दो पैरों पर चलने से मानव कं हाथ कार्यमुक्त हो गये। अब वह हाथों का प्रयोग बच्चों को उठाने अथवा आवश्यक वस्तु को उठाने के लिए कर सकता था। हाथों के लगातार प्रयोग से मानव की खड़ा होकर चलने की कुशलता धीरे-धीरे बढ़ती गई। इसके अतिरिक्त उसके चलने में चौपायों की तुलना में कहीं कम ऊर्जा खर्च लगी, भले ही दौड़ने में उसे अधिक ऊर्जा खर्च करनी पड़ती थी। दो पैरों पर चलने वाले मानव-प्रतिरूप के प्रमाण हादर (Hadar) इथोपिया से प्राप्त हुए हैं।
प्रश्न 2.
‘होमो’ का क्या अर्थ है ? इन्हें कौन-कौन सी प्रजातियों में बाँटा गया है?
उत्तर:
‘होमो’ लातिनी भाषा का एक शब्द है जिसका अर्थ है ‘आदमी’। वैज्ञानिकों ने होमो को कई प्रजातियों में बाँटा है और इन प्रजातियों को उनकी विशेषताओं के अनुसार अलग-अलग नाम दिए गए हैं। इस प्रकार जीवाश्मों को निम्नलिखित तीन प्रजातियों में बाँटा
- होमो हैबिलिस औजार बनाने वाले
- होमो एरेक्टस सीधे खड़े होकर पैरों के बल चलने वाले
- होमो सैपियंस-चिंतनशील मनुष्य
होमो हैबिलिस के जीवाश्म इथियोपिया में ओमो (Ome) और तंजानिया में ओल्डवई गोर्ज (Olduvai Gorge) से प्राप्त हुए हैं। होमो एरेक्टस के प्राचीनतम जीवाश्म अफ्रीका और एशिया महाद्वीपों में पाए गए हैं।
प्रश्न 3.
आदिकालीन मानव के खुले स्थलों पर आवास तथा जीवन-शैली के बारे में जानकारी कैसे प्राप्त होती है?
उत्तर:
आदिकालीन मानव के खुले स्थान पर आवास तथा जीवन-शैली के बारे में जानकारी प्राप्त करने का एक तरीका है। उनके द्वारा निर्मित शिल्पकृतियों के फैलाव की जाँच करना। उदाहरण के लिए केन्या में किलोंबे (Kilomble) और ओलोर्जेसाइली (Olorgesaillie) के खनन स्थलों पर हजारों की संख्या में शल्क-उपकरण और हस्तकुठार मिले हैं। ये औजार 700,000 से 500,000 साल पुराने हैं। इतने अधिक औजार एक ही स्थान पर इकट्ठे होने का अर्थ है कि इन स्थानों पर आदि मानव लंबे समय तक रहा होगा या बार-बार आता होगा । वास्तव में जिन स्थानों पर खाद्य प्राप्ति के संसाधन प्रचुर मात्रा से उपलब्ध थे, वहाँ लोग बार-बार आते रहते होंगे।
ऐसे क्षेत्रों में लोग शिल्पकृतियाँ सहित अपने क्रियाकलापों के चिह्न छोड़ जाते होंगे। जमा शिल्पकृतियों कुछ ही क्षेत्रों में मिलती है और वे क्षेत्र कुछ अलग से दिखाई पड़ते हैं। जिन स्थानों पर लोगों का आवागमन कम होता था वहाँ ऐसी शिल्पकृतियाँ कम मात्रा में मिलती हैं।
प्रश्न 4.
फ्रांस तथा स्पेन की किन गुफाओं में जानवरों की चित्रकारियाँ पाई गई हैं? ये चित्रकारियाँ क्यों की गई थी, इसके बारे में क्या बताया जाता है?
उत्तर:
फ्रांस में स्थित लैसकाक्स (Lascaux) तथा चाउवेट (Chauvet) की गुफाओं। और स्पेन में स्थित आल्टामीरा की गुफा में जानवरों की अनेक चित्रकारियाँ पाई गई है। ये 3000 से 12,000 साल पहले बनाई गई थीं। इनमें गौरों (जंगली बैलों), घोड़ों, पहाड़ी बकरों (Abox), हिरनों, मेमनों, विशालकाय जानवरों, गैडों, शेरों, भालुओं, चीतों, लकड़बग्घों, उल्लुओं आदि के चित्र शामिल हैं।
बताया जाता है कि इन चित्रकारियाँ का संबंध धार्मिक क्रियाओं अथवा जादू-टोनों से है। संभवत: चित्रकारी के रूप में जादू-टोना करके मनुष्य अपने शिकार को सफल बनाने का प्रयास करता होगा। यह भी कहा जाता है कि शायद ये गुफाएँ संगम स्थल थीं। यहाँ लोगों के यहाँ छोटे-छोटे समूह आपस में मिलते थे और सामूहिक क्रियाकलाप संपन्न करते थे। संभव है कि वहाँ ये समूह मिलकर शिकार की योजना बनाते हों अथवा शिकार के तरीकों एवं तकनीकों पर एक-दूसरे से चर्चा करते हों। यह भी संभव है ये चित्रकारियाँ आगे आने वाली पीढ़ियों को इन तकनीकों की जानकारी देने के लिए की गई हों।
प्रश्न 5.
यह किस आधार पर कहा जाता है कि मानव का निकास क्रमिक रूप से हुआ?
उत्तर:
वैज्ञानिकों का मानना है कि मानव का विकास क्रमिक रूप से हुआ है। मानव की एक के बाद एक कई प्रजातियाँ उत्पन्न हुई और लुप्त हो गई । लाखों वर्षों की इस प्रक्रिया के बाद आधुनिक मानव का उद्भव हुआ। इसका साक्ष्य हमें मानव की उन प्रजातियों के अवशेषों से मिलता है जो अब लुप्त हो चुकी हैं। इनके शारीरिक लक्षण भिन्न-भिन्न थे। इनका काल निर्धारण प्रत्यक्ष रासायनिक विश्लेषण द्वारा अथवा उन परतों का परोक्ष रूप से काल का निर्धारण करके किया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि ये प्रजातियाँ एक क्रम में अलग-अलग काल में जीवित रहीं। इनके शारीरिक लक्षण बदलते रहे और इस प्रकार आज का मानव अस्तित्व में आया ।
प्रश्न 6.
होमिनिड का विकास किससे हुआ है ? दोनों में क्या-क्या अंतर पाये जाते हैं?
उत्तर:
होमिनिड का विकास होमिनॉइड से हुआ है। इन दोनों में निम्नलिखित अंतर पाये जाते हैं –
- होमिनॉइड के दिमाग का आकार होमिनिइज की तुलना में छोटा होता है।
- वे चौपाये होते हैं और चारों पैरों के बल चलते हैं। इसके विपरीत होमिनिड् का शरीर सीधा होता है। वे दो पैरों पर चलते हैं।
- उनके हाथों में भी काफी अंतर पाया जाता है। होमिनिड के हाथों की रचना इस प्रकार होती है कि उन्हें औजार बनाने और उनका प्रयोग करने में सहायता करते हैं।
प्रश्न 7.
लगभग 35,000 वर्ष पहले तथा उसके बाद आदिमानव की जीवन शैली में होने वाले परिवर्तनों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
लगभग 35,000 वर्ष पहले तथा उसके बाद आदि मानव के जीवन शैली में निम्नलिखित परिवर्तन आए –
- फेंककर मारने वाले भालों तथा तीर-कमान जैसे नए औजार बनाए जाने लगे। इससे जानवरों को मारने के तरीकों में सुधार हुआ।
- मांस को साफ किया जाने लगा। उसमें से हड्डियाँ निकाल दी जाती थीं। फिर उसे सुखाकर, हल्का सेकते हुए सुरक्षित रख लिया जाता था। इस प्रकार सुरक्षित रखे मांस को बाद में खाया जा सकता था।
- समूरदार जानवरों को पकड़ा जाने लगा और उनके रोएँदार खाल का कपड़े की तरह प्रयोग किया जाने लगा।
- सिलने के लिए सुई का आविष्कार भी हुआ। सिले हुए कपड़ों का सबसे पहला साक्ष्य लगभग 21,000 वर्ष पुराना है।
- छेनी या रूखानी जैसे छोटे-छोटे औजारों के बनाने की तकनीक का आविष्कार हुआ । इन नुकीले ब्लेडों से हड्डी, सींग, हाथी दाँत या लकड़ी पर नक्काशी करना संभव हो गया।
प्रश्न 8.
मानव उद्भव के प्रतिस्थापन मॉडल की संक्षिप्त जानकारी दीजिए।
उत्तर:
प्रतिस्थापन मॉडल के अनुसार मानव चाहे कहीं भी रहा हो, उसके सभी पुराने रूप बदल गए और उसका स्थान आधुनिक मानव ने ले लिया । हम देखते हैं कि आधुनिक मानव में सभी जगह शारीरिक तथा उत्पत्तिमूलक समरूपता पाई जाती है। इसके पक्ष में यह तर्क दिया जाता है कि यह समानता इसलिए है, क्योंकि उनके पूर्वज एक ही क्षेत्र अर्थात् अफ्रीका में उत्पन्न हुए थे। वहीं से वे अन्य स्थानों को गए। इस बात की पुष्टि इथोपिया के ओमो नामक स्थान पर मिले प्राचीन मानव जीवाश्मों से हो जाती है।
दूसरी ओर आज के मनुष्यों में पाई जाने वाली शारीरिक विभिन्नताएँ किसी स्थान विशेष पर निरतर हजारों वर्षों तक स्थायी रूप से रहने के कारण है । भिन्न-भिन्न स्थानों की परिस्थितियों ने ही यं भिन्नताएँ उत्पन्न की क्योंकि मनुष्य स्थान विशेष की परिस्थितियों के अनुसार स्वयं को ढाल लेता है।
प्रश्न 9.
आटिमानव दवारा पत्थर के औजार बनाने और उनका इस्तेमाल करने की संक्षिप्त जानकारी दीजिए।
उत्तर:
आदिमानव द्वारा पत्थर के औजार बनाने और उनका इस्तेमाल करने का सबसे प्राचीन साक्ष्य इथोपिया और केन्या के पुरास्थलों से मिला है। ये औजार संभवत: आस्ट्रेलोपिथिकस ने बनाए थे। वास्तव में मनुष्य के जीवन में औजारों का विशेष महत्त्व था। उसमें वानरों से हटकर कुछ ऐसी शारीरिक विशेषताएँ थीं जिन्होंने उसे औजार बनाने और उनका प्रयोग करने में सहायता दी। उसकी सबसे पहली विशेषता थी-हाथों का कुशलतापूर्व प्रयोग । इसके अतिरिक्त उसमें वानरों से अधिक स्मरण शक्ति और जटिल संगठनात्मक कौशल भी था।
प्रश्न 10.
प्राइमेट्स से क्या अभिप्राय है? इनकी मुख्य विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
प्राइमेट्स स्तनधारियों के बहुत बड़े वर्ग का एक उपवर्ग है। इस वर्ग में वानर, लंगूर तथा मानव आदि शामिल हैं। इस वर्ग की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –
- इनके शरीर पर बाल होते हैं।
- इनका गर्भकाल अपेक्षाकृत लंबा होता है।
- ये बच्चों को जन्म देते हैं।
- माताओं में बच्चों को दूध पिलाने के लिए ग्रंथियाँ होती हैं।
- इनके दाँत भिन्न-भिन्न प्रकार के होते हैं।
- इनमें अपने शरीर का तापमान स्थिर रखने की क्षमता होती है।
प्रश्न 11.
होमिनॉइड तथा बंदर में क्या-क्या अंतर पाये जाते हैं?
उत्तर:
होमिनॉइड तथा बंदर में निम्नलिखित कई अंतर पाये जाते हैं –
- होमिनॉइड्ज का शरीर बंदर के शरीर से बड़ा होता है।
- उनको पूँछ नहीं होती।
- उनके बच्चों का विकास धीरे-धीरे होता है।
- होमिनॉइड के बच्चे बंदर के बच्चों की तुलना में लंबे समय तक उन पर निर्भर रहते हैं
प्रश्न 12.
आस्ट्रेलोपिथिकस को यह नाम क्यों दिया गया?
उत्तर:
आस्ट्रेलोपिथिकस दो शब्दों के मेल से बना है-लैटिन शब्द ‘आस्ट्रल’ (austral) जिसका अर्थ होता है ‘दक्षिणी’ तथा यूनानी शब्द ‘पिथिकस’ (pithekos) जिसका अर्थ है वानर । यह नाम इसलिए दिया गया क्योंकि मानव के बन रहे प्रारंभिक प्रतिरूपों में वानर अवस्था के कई लक्षण पाये जाते थे। उदाहरण के लिए –
- होमो की तुलना में उनके दिमाग का आकार छोटा था।
- उनके पिछले दाँत बड़े थे।
- उनके हाथों की दक्षता सीमित थी।
- वे सीधे खड़े होकर बहुत कम चल पाते थे क्योंकि वे अभी भी अपना अधिकतर समय वृक्षों पर बिताते थे अतः उनके शारीरिक लक्षण वृक्षों पर रहने के अनुकूल थे।
प्रश्न 13.
क्या खानाबदोश पशुचारक शहरी जीवन के लिये खतरा थे?
उत्तर:
मेसोपोटामिया का मुख्य भूमि प्रदेश काफी उपजाऊ था। फलतः खानाबदोश पशुचारकों का झुंड यहाँ आता था। ये किसानों के बोये हुए खेतों में अपनी भेड़-बकरियों को पानी पिलाने ले जाते थे, जिससे फसल को नुकसान पहुँचता था। इसके अतिरिक्त ये पशुचारक किसानों के गाँवों को लूट लेते थे। इस प्रकार ये स्थानीय किसानों हेतु खतरा थे। इसके कारण शासकों को यह डर बना रहता था कि ये पशुचारक कहीं छापे अथवा हमलों की कोई योजना तो नहीं बना रहे।
प्रश्न 14.
उच्चरित अर्थात् बोली जाने वाली भाषा की उत्पत्ति कब हुई?
उत्तर:
ऐसा माना जाता है कि होमोहैबिलिस के मस्तिष्क में कुछ ऐसी विशेषताएँ थीं जिनके कारण उसके लिए बोलना संभव हुआ होगा। यह विकास संभवतः 20 लाख वर्ष पूर्व शुरू हुआ होगा। मस्तिष्क में हुए परिवर्तन के अतिरिक्त स्वर-तंत्र का विकास भी महत्त्वपूर्ण था। यह विकास लगभग 200,000 वर्ष पहले हुआ था। इसका संबंध विशेष रूप से आधुनिक मानव से रहा है। एक अन्य सुझाव यह है कि भाषा-कला के साथ-साथ लगभग 40,000-35000 वर्ष पहले विकसित हुई। बोली जाने वाली भाषा-कला के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ी है, क्योंकि ये दोनों ही विचार अभिव्यक्ति के माध्यम हैं।
प्रश्न 15.
संजाति वृत्त Ethnography) से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
संजाति वृत्त में समकालीन नृजातीय समूहों का विश्लेषणात्मक अध्ययन किया जाता है। इससे उनके रहन-सहन, खान-पान, आजीविका के साधनों, तकनीकों आदि का पता लगाया जाता है। इसके अतिरिक्त समूहों में स्त्री-पुरुष की भूमिका, राजनीतिक संस्थाओं तथा सामाजिक रूढ़ियों की जानकारी प्राप्त की जाती है। साथ ही उनके कर्मकांडों तथा रीति-रिवाजों का अध्ययन किया जाता है।
प्रश्न 16.
हिमयुग कब आया? इससे मानव की प्रक्रिया में कैसे और क्या परिवर्तन आया?
उत्तर:
हिमयुग लगभग 25 लाख वर्ष पहले आया। पृथ्वी के बड़े-बड़े भाग बर्फ से ढंक गए । फलस्वरूप जलवायु तथा वनस्पति में बड़े-बड़े परिवर्तन देखने को मिले । तापमान और वर्षा में कमी आ गई जिसके कारण वन कम हो गए। इसके विपरीत घास के मैदानों का क्षेत्रफल बढ़ा गया। परिणामस्वरूप आस्ट्रलोपिथिकस के प्रारंभिक रूप धीरे-धीरे लुप्त हो गए, क्योंकि ये वनों में रहने के आदी थे। अब उनके स्थान पर उनकी प्रजातियाँ प्रकट हुईं जो सूखी परिस्थितियों में आराम से रह सकती थीं। प्रजातियों में जीनस होमो के सबसे पुराने प्रतिनिधि शामिल थे।
प्रश्न 17.
पूर्व (आदिकालीन) मानव कुछ स्थलों को सोच समझकर शिकार के लिए चुनता था । क्यों ? उदाहरण देकर समझाओ।
उत्तर:
पूर्व मानव कुछ स्थलों को सोच समझ कर चुनता था। ऐसा एक स्थल चेक गणराज्य में दोलनी वेस्तोनाइस (Dolni Vestonice) था जो एक नदी के पास स्थित है। मानव ऐसे स्थल इसलिए चुनता था क्योंकि वह जानवरों की आवाजाही के बारे में जानता था। वह जल्दी से बड़ी संख्या में जानवरों को मारने के तरीकों से भी परिचित था । उदाहरण के लिए मानव ने जो स्थल चेक गणराज्य के नदी के पास चुना था, वहाँ पतझड़ और बसंत के मौसम में रैडियर तथा घोड़ों जैसे स्थान बदलने वाले जानवरों के झुंड के झुंड आते थे। इनका बड़े पैमाने पर शिकार किया जाता था।
प्रश्न 18.
आस्ट्रेलोपिथिकस तथा होमो के बीच क्या शारीरिक अंतर थे? ये अंतर क्या दर्शाते हैं?
उत्तर:
आस्ट्रेलोपिथिकस तथा होमो के बीच निम्नलिखित शारीरिक अंतर थे –
- आस्ट्रेलोपिथिकस की तुलना में होमो के मस्तिष्क का आकार बड़ा था।
- होमो के जबड़े कम बाहर निकले हुए थे।
- होमो के दाँत अपेक्षाकृत छोटे थे।
- होमो के मस्तिष्क का बड़ा आकार उसके बुद्धिमान तथा उसकी बेहतर स्मृति को दर्शाता है।
- जबड़ों तथा दाँतों में हुआ परिवर्तन संभवतः उनके खान-पान की भिन्नता से संबंधित है।
प्रश्न 19.
भाषा का विकास किस प्रकार हुआ?
उत्तर:
मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जिसके पास भाषा है। भाषा के विकास के विषय में कई प्रकार के मत हैं –
- होमिनिड भाषा में अंगविक्षेप (हाव-भाव) या हाथों का संचालन (हिलाना) शामिल था।
- उच्चरित अथवा बोली जाने वाली भाषा से पहले गाने या गुनगुनाने जैसे मौखिक या अ-शाब्दिक संचार का प्रयोग होता था।
- मनुष्य की वाणी का प्रारंभ संभवतः आह्वान या बुलावों की क्रिया से हुआ था जैसे कि नर-वानर करते हैं। प्रारंभिक अवस्था में मानव बोलने में बहुत ही कम ध्वनियों का प्रयोग करता होगा। यही ध्वनियाँ आगे चलकर भाषा के रूप में विकसित हो गई होगी।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
आदिकालीन मानव किन-किन तरीकों से अपना भोजन जुटाता था?
उत्तर:
आदिकालीन मानव कई तरीकों से अपना भोजन जुटाता था जैसे संग्रहण (Gathering), शिकार (Hunting), अपमार्जन (Scavenging) और मछली पकड़ना (Fishing) –
1. संग्रहण – संग्रहण की क्रिया में पेड़ों से मिलने वाले खाद्य पदार्थों, जैसे बीज, गुठलियाँ, बेर फल एवं कंदमूल को इकट्ठा करना शामिल था। संग्रहण के संबंध में तो केवल अनुमान ही लगाया जा सकता है क्योंकि इस बारे में प्रत्यक्ष साक्ष्य बहुत कम मिलते हैं। हमें हड्डयों के जीवाश्म तो बहुत मिल जाते हैं परंतु पौधे के जीवाश्म दुर्लभ ही हैं। पौधों से भोजन जुटाने के बारे में सूचना प्राप्त करने का एक मात्र तरीका दुर्घटनाओं या संयोगवश जले हुए पौधों के प्राप्त अवशेष हैं।
इस प्रक्रिया से कार्बनीकरण हो जाता है और जला हुआ जैविक पदार्थ लंबे समय तक सुरक्षित रह सकता है। फिर भी, अभी तक पुरातत्वविदों को अति पुराने जमाने के संबंध में कार्बनीकृत बीजों का साक्ष्य नहीं मिला है।
2. शिकार – शिकार संभवतः बाद में शुरू हुआ-लगभग 5 लाख साल पहले। स्तनपायी जानवरों के योजनाबद्ध शिकार और उनका वध करने का सबसे पुराना स्पष्ट साक्ष्य दो स्थलों से मिलता है। ये स्थल हैं दक्षिण इंग्लैण्ड में बाक्सग्रोव (Boxgrove) और जमनी में शोनिंजन (Schoningen).
3. अपमार्जन – अपमार्जन से तात्पर्य त्यागी हुई वस्तुओं की सफाई करने से है ! अब मुख्य रूप से यह माना जाने लगा है कि आदिकालीन होमिनिड अपमार्जन के द्वारा उन जानवरों की लाशों सं मांस-मजा खुरच कर निकालने लग थ जो जानवर अपने आप मर जाते थे या अन्य हिंसक जानवरों द्वारा मार दिए जाते थे। यह भी इतना ही संभव है कि पूर्व होमिनीड छोटे स्तनपायी जानवरों-चूहे, छछूदर जैसे कृतकों (Rodents), पक्षियों (और उनके अंडों), सरीसृपों और यहाँ तक कि कीड़े-मकोड़े भी खा जाते थे।
4. मछली पकड़ना – मछली पकड़ना भी भोजन प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण तरीका इस बात की जानकारी अनेक खोज स्थलों से मछली की हड्डियाँ मिलने से होती है।
प्रश्न 2.
क्या वर्तमान शिकारी-संग्राहक समाजों के बारे में प्राप्त जानकारी को सुदूर अतीत के मानव के जीवन को पुनर्निर्मित करने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है?
उत्तर:
वर्तमान शिकारी-संग्राहक समाजों की जानकारी के आधार पर आदिकालीन शिकारी-संग्राहक समाजों के अध्ययन के बारे में दो परस्पर विरोधी विचारधाराएँ चल रही हैं।
1. पहली विचारधारा – विद्वानों के एक वर्ग ने आज के शिकारी-संग्राहक समाजों से प्राप्त तथ्यों तथा आँकड़ों का सीधे अतीत के अवशेषों की व्याख्या करने के लिए उपयोग कर लिया है। उदाहरण के लिए कुछ पुरातत्वविदों का कहना है कि 20 लाख साल के होमिनिड स्थल जो तुर्काना झील के किनारे स्थित हैं, संभवतः आदिकालीन मानवों के शिविर या निवास स्थान थे। वे यहाँ सूखे के मौसम में आकर रहते थे। वर्तमान हादजा और फुग सैन समाज भी ऐसा ही करते हैं।
2. दूसरी विचारधारा – दूसरी ओर कुछ विद्वानों का मत है कि संजाति वृत्त संबंधी तथ्यों और आंकड़ों का उपयोग अतीत के समाजों को समझने के लिए नहीं किया जा सकता है। उनके अनुसार ये चीजों एक-दूसरे से बिल्कुल आर्थिक कियाकलापों में भी लगी हुई हैं। वे जंगलों में पाई जाने वाली छोटी-छोटी चीजों का विनिमय और व्यापार करते हैं। कुछ समाज पड़ोस के किसानों के खेतों में मजदूरी करते हैं। इसके अतिरिक्त जिन परिस्थितियों में रहते हैं। वे आरंभिक मानव की अवस्था से बहुत भिन्न हैं।
आज के शिकारी – संग्राहक समाजों की जीवन-शैली भी भिन्न-भिन्न है। कई बातों में तो परस्पर विरोधी तथ्य दिखाई देते हैं। उदाहरण के लिए आज के शिकारी समाज शिकार और संग्रहण को अलग-अलग महत्त्व देते हैं। उनके आकार भिन्न-भिन्न अर्थात् छोटे-बड़े होते हैं। उनकी गतिविधियों में भी अंतर पाया जाता है। भोजन प्राप्त करने में श्रम विभाजन को लेकर भी कोई आम सहमति नहीं है।
यह सच है कि आज भी अधिकतर स्त्रियाँ ही खाने पीने की सामग्री जुटाने का काम करती हैं और पुरुष शिकार करते हैं। परंतु ऐसे समाजों के भी उदाहरण मिलते हैं जहाँ स्त्रियाँ और पुरुष दोनों ही शिकार और संग्रहण तथा औजार बनाने के काम करते हैं। संभवत: इसी बात से यह सुनिश्चित होता है कि आज के शिकारी-संग्राहक समाजों में स्त्री-पुरुष दोनों की भूमिका लगभग एक समान है। अतः वर्तमान स्थिति में अतीत के बारे में कोई निष्कर्ष निकालना कठिन है।
प्रश्न 3.
आदि मानव के गुफाओं तथा खुले स्थानों पर आवास के बारे में चर्चा कीजिए।
उत्तर:
गुफाओं तथा खुले निवास क्षेत्र का प्रचलन 400,000 से 125,000 वर्ष पहले शुरू हो गया था। इसके साक्ष्य यूरोप के पुरास्थलों में मिलते हैं।
1. दक्षिण फ्रांस में स्थित लाजारेट गुफा की दीवार को 12×4 मीटर आकार के एक निवास स्थान से सटाकर बनाया गया है। इसके अंदर दो चूल्हों (Hearths) के अतिरिक्त भिन्न-भिन्न प्रकार के खाद्य स्रोतों जैस फलों, वनस्पतियों, बीजों, काष्ठफला, पक्षियों के अण्डों और मीठे जल की मछलियों (ट्राउट, पर्च और कार्प) के साक्ष्य मिले हैं। दक्षिणी फ्रांस के समुद्रतट पर स्थित टेरा अमाटा (Terra Amata) एक अन्य पुरास्थल है। यहाँ घास-फूस और लकड़ी की छत वाली कच्ची झोपड़ियाँ बनाई जाती थीं। ये झोपड़ियाँ किसी विशेष मौसम में थोड़े समय के आवास के लिए बनाई जाती थी।
केन्या में चसीबांजा (Chesowanja) और दक्षिण अफ्रीका से स्वार्टक्रान्स (Swarkarns) में पत्थर के औजारों के साथ-साथ आग में पकायी गई चिकनी मिट्टी और जली हुई हड्डियों के टुकड़े मिले हैं। ये 14 लाख से 10 लाख साल पुराने हैं। यह पता नहीं चल पाया कि ये चीजें प्राकृतिक रूप से झाड़ियों में लगी आग या ज्वालामुखी से उत्पन्न अग्नि से जलने का परिणाम हैं अथवा एक सुनियोजित ढंग से लगाई गई आग में पकाकर बनाई गई थीं।
दूसरी ओर, चूल्हे आग के नियंत्रित प्रयोग के प्रतीक हैं। इसके कई लाभ थे।
- इनका प्रयोग गफाओं के अंदर प्रकाश और उष्णता प्राप्त करने के लिए किया जाता होगा।
- इससे भोजन भी पकाया जा सकता था।
- इसके अतिरिक्त लकड़ी को कठोर करने में भी आग का इस्तेमाल होता था जैसे कि भाले की नोंक बनाने में।
- शल्क निकाल कर औजार बनाने में भी आग की उष्णता की सहायता ली जाती थी।
- साथ ही इसका उपयोग खतरनाक जानवरों को भगाने में किया जाता था।
प्रश्न 4.
आधुनिक मानव का उद्भव कहाँ हुआ? इस संबंध में प्रचलित मतों की जानकारी दीजिए।
उत्तर:
आदि मानव के उद्भव स्थल के बारे में बहुत अधिक वाद-विवाद हुआ है। आज इस संबंध में दो मत प्रचलित हैं जो एक-दूसरे से बिल्कुल विपरीत हैं। ये मत आगे दिए गए हैं
1. क्षेत्रीय निरंतरता मॉडल (Continuity Model) – मानव उद्भव के क्षेत्रीय मॉडल के अनुसार आधुनिक मानव का विकास भिन्न-भिन्न प्रदेशों में रहने वाले होमो सेपियंस से हुआ। उनके विकास की गति धीमी थी और अलग-अलग थी। इसलिए आधुनिक मानव संसार के भिन्न-भिन्न भागों में अलग-अलग स्वरूप में दिखाई दिया । इस तर्क का आधार आज के मनुष्य में पाये जाने वाले विभिन्न लक्षण हैं।
इस मॉडल के समर्थकों का मानना है कि ये विभिन्नताएँ एक ही क्षेत्र में पहले से रहने वाले होमो एरेक्टस तथा होमो हाइलबर्गसिस समुदायों में पाई जाने वाली असमानताओं के कारण हैं। हमारे विचार में यह मॉडल पुरातात्त्विक साक्ष्य का युक्तियुक्त स्पष्टीकरण नहीं देता। इसमें कहीं न कहीं कोई त्रुटि अवश्य है।
2. प्रतिस्थापन मॉडल (Replacement Model) – प्रतिस्थापन मॉडल के अनुसार मानव चाहे कहीं भी रहा हो, उसके सभी पुराने रूप बदल गए और उसका स्थान आधुनिक मानव ने ले लिया । हम देखते हैं कि आधुनिक मानव में सभी जगृह शारीरिक तथा उत्पत्तिमूलक समरूपता पाई जाती है। इसके पक्ष में यह तर्क दिया जाता है कि यह समानता इसलिए है, क्योंकि उनके पूर्वज एक ही क्षेत्र अर्थात अफ्रीका में उत्पन्न हुए थे।
वहीं से वे अन्य स्थानों को गए। इस बात की पुष्टि इथोपिया के ओमो नामक स्थान पर मिले प्राचीन मानव जीवाश्मों से हो जाती है। दूसरी ओर आज के मनुष्यों में पाई जाने वाली शारीरिक भिन्नताएँ किसी स्थान विशेष पर निरंतर हजारों वर्षों तक स्थायी रूप से रहने के कारण है। भिन्न-भिन्न स्थानों की परिस्थितियों ने ही ये भिन्नताएँ उत्पन्न का क्योंकि मनुष्य स्थान विशेष की पथतियों के अनुसार स्वयं को ढाल लेता है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1.
आधुनिक मानव के उद्भव से संबंधित प्रतिस्थापन मॉडल के अनुसार कौन-सा मत सही है।
(क) मनुष्य का उद्भव एक ही स्थान अफ्रीका में हुआ
(ख) अनेक क्षेत्रों में एक ही तरह के मनुष्यों की उत्पत्ति हुई
(ग) मनुष्य का उद्भव यूरोप में हुआ
(घ) सभी क्षेत्रों में एक ही तरह के मनुष्यों को उत्पत्ति नहीं हुई
उत्तर:
(क) मनुष्य का उद्भव एक ही स्थान अफ्रीका में हुआ
प्रश्न 2.
अपमार्जन का अर्थ है ………………………
(क) भोजन की तलाश करना
(ख) भोजन एकत्रित करना
(ग) त्यागी हुई वस्तुओं की सफाई करना
(घ) कंदमूल जमा करना
उत्तर:
(ग) त्यागी हुई वस्तुओं की सफाई करना
प्रश्न 3.
गुफा चित्रकला का प्राचीनतम प्रमाण किस काल का मिला है?
(क) पुरापाषाण
(ख) मध्यपाषाण
(ग) नवपाषाण
(घ) हड़प्पा
उत्तर:
(ग) नवपाषाण
प्रश्न 4.
हमें प्रथम होमिनिड्स का साक्ष्य मिलता है ………………………..
(क) 50 मिलियन वर्ष पूर्व
(ख) 5.6 मिलियन वर्ष पूर्व
(ग) 10 मिलियन वर्ष पूर्व
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ख) 5.6 मिलियन वर्ष पूर्व
प्रश्न 5.
साक्ष्यों से ज्ञात होता है कि होमिनिड्स का उद्भव ……………………..
(क) एशिया में हुआ
(ख) यूरोप में हुआ
(ग) अफ्रीका में हुआ
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ग) अफ्रीका में हुआ
प्रश्न 6.
जीवों का ऐसा समूह, जिसके नर और मादा मिल कर बच्चे पैदा कर सकते हैं और बाद में भी ये क्रम जारी रहता है, कहलाता है।
(क) प्राइमेट्स
(ख) स्पीशीज
(ग) होमोनिड
(घ) जीवाश्म
उत्तर:
(ख) स्पीशीज
प्रश्न 7.
होमो लैटिन भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है ………………………..
(क) आदमी
(ख) स्त्री
(ग) वानर
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) आदमी
प्रश्न 8.
होमिनिड समूह की विशेषताएँ हैं ……………………….
(क) मस्तिष्क का बड़ा आकार
(ख) दौ पैरों पर चलना
(ग) हाथ की विशेष आकृति
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न 9.
आस्ट्रोलोपिथिकस की उत्पत्ति हुई है ………………………
(क) लैटिन भाषा से
(ख) ग्रीक भाषा से
(ग) लैटिन तथा ग्रीक भाषाओं से
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ग) लैटिन तथा ग्रीक भाषाओं से
प्रश्न 10.
चार्ल्स डारविन की पुस्तक ‘ओरिजिन ऑफ स्पेसिज’ कब प्रकाशित हुई?
(क) 1852
(ख) 1856
(ग) 1857
(घ) 1859
उत्तर:
(घ) 1859
प्रश्न 11.
आधुनिक मानव का उद्भव लगभग कितने वर्ष पूर्व हुआ?
(क) 45000
(ख) 200000
(ग) 300000
(घ) 400000
उत्तर:
(क) 45000
प्रश्न 12.
केन्या के किलोबे और ऑलार्जेसाइली स्थल से किस काल के हस्त कुठार मिलते हैं?
(क) पुरापाषाण काल
(ख) मध्यपाषाण काल
(ग) नवपाषाण काल
(घ) ताम्रपाषाण काल
उत्तर:
(क) पुरापाषाण काल
प्रश्न 13.
पत्थर के औजार संभवतः सबसे पहले किसने बनाए थे?
(क) रामापिथेकस
(ख) आस्ट्रेलीपिथिकस
(ग) निअंडर थाल
(घ) हीमोसैपियंस
उत्तर:
(ख) आस्ट्रेलीपिथिकस
प्रश्न 14.
लैसकॉक्स और शोवे की गुफा की चित्रकला कहाँ पायी गयी है?
(क) फ्रांस
(ख) नार्वे
(ग) डेनमार्क
(घ) रूस
उत्तर:
(क) फ्रांस
प्रश्न 15.
शहरी जीवन की शुरूआत सर्वप्रथम कहाँ हुई?
(क) मेसोपोटामिया
(ख) चीन
(ग) यूनान
(घ) रोम
उत्तर:
(क) मेसोपोटामिया
प्रश्न 16.
वार्का शीर्ष कहाँ मिला है?
(क) उरुक
(ख) यमन
(ग) जॉर्डन
(घ) तुर्की
उत्तर:
(क) उरुक
प्रश्न 17.
ओल्डुबई गोर्ज रिफ्ट घाटी, जहाँ आदिकालीन मानव के इतिहास के चिह्न पाये गये हैं कहाँ स्थित हैं?
(क) द. अमेरिका
(ख) पूर्वी अफ्रीका
(ग) इंडोनेशिया
(घ) मध्य यूरोप
उत्तर:
(ख) पूर्वी अफ्रीका
प्रश्न 18.
यूरोप में मिले सबसे पुराने होमो जीवाश्म किसके हैं?
(क) होमोहाइडेलवर्गेसीस
(ख) रामापिथेकेस
(ग) आस्ट्रेलोपिथिकस
(घ) क्रोमैतानम्
उत्तर:
(क) होमोहाइडेलवर्गेसीस
प्रश्न 19.
योजनाबद्ध तरीके से जानवरों का शिकार का सबसे पुराना स्पष्ट साक्ष्य कहाँ से मिलता …………………………
(क) बॉक्सग्रोव (इंगलैंड)
(ख) शोमिंजन
(ग) सोजन घाटी (पाकिस्तान)
(घ) बलन घाटी
उत्तर:
(क) बॉक्सग्रोव (इंगलैंड)
प्रश्न 20.
दफनाने की परंपरा का प्राचीनत्तम साक्ष्य लगभग कितने लाख वर्ष पहले का मिला है?
(क) 5 लाख वर्ष पूर्व
(ख) 4 लाख वर्ष पूर्व
(ग) 3 लाख वर्ष पूर्व
(घ) 2 लाख वर्ष पूर्व
उत्तर:
(ग) 3 लाख वर्ष पूर्व