Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 1 वास्तविक संख्याएँ Ex 1.2 Text Book Questions and Answers.
BSEB Bihar Board Class 10 Maths Solutions Chapter 1 वास्तविक संख्याएँ Ex 1.2
Bihar Board Class 10 Maths वास्तविक संख्याएँ Ex 1.2
प्रश्न 1.
 निम्नलिखित संख्याओं को अभाज्य गुणनखण्डों के गुणनफल के रूप में व्यक्त कीजिए-
 (i) 140
 (ii) 156
 (iii) 3825
 (iv) 5005
 (v) 7429
 हल
 (i) 140 = 2 × 2 × 5 × 7 = (2)2 × 5 × 7
 अत: 140 = 22 × 5 × 7
 
(ii) 156 = 2 × 2 × 3 × 13 = (2)2 × 3 × 13
 अत: 156 = 22 × 3 × 13
 
(iii) 3825 = 3 × 3 × 5 × 5 × 17 = (3)2 × (5)2 × 17
 अतः 3825 = 32 × 52 × 17
 
(iv) 5005 = 5 × 7 × 11 × 13
 अतः 5005 = 5 × 7 × 11 × 13
 
(v) 7429 = 17 × 19 × 23
 अतः 7429 = 17 × 19 × 23
 

प्रश्न 2.
 पूर्णांकों के निम्नलिखित युग्मों के महत्तम समापवर्तक (H.C.F.) और लघुत्तम समापवर्त्य (L.C.M.) ज्ञात कीजिए तथा इसकी जाँच कीजिए कि दो संख्याओं का गुणनफल = H.C.F. × L.C.M. है।
 (i) 26 और 91
 (ii) 510 और 92
 (iii) 336 और 54
 हल
 (i) 26 = 21 × 131
 और 91 = 71 × 131
 26 और 91 के उभयनिष्ठ अभाज्य गुणनखण्डों का (न्यूनतम घातों में) गुणनफल = 131 = 13
 तथा 26 और 91 के सभी अभाज्य गुणनखण्डों का (अधिकतम घातों में)
 गुणनफल = 21 × 71 × 131 = 2 × 7 × 13 = 182
 अतः महत्तम समापवर्तक (H.C.F.) = 13 तथा लघुत्तम समापवर्त्य (L.C.M.) = 182
 संख्याओं का गुणनफल = 26 × 91 = 2366
 तथा H.C.F. × L.C.M. = 13 × 182 = 2366
 अत: संख्याओं का गुणनफल = H.C.F. × L.C.M.
 इति सिद्धम्
(ii) 92 = 2 × 2 × 23 = 22 × 231
 और 510 = 2 × 3 × 5 × 17 = 21 × 31 × 51 × 171
 
 92 और 510 के उभयनिष्ठ अभाज्य गुणनखण्डों का (न्यूनतम घातों में)
 गुणनफल = 21 = 2
 तथा 92 और 510 के सभी अभाज्य गुणनखण्डों का (अधिकतम घातों में) गुणनफल
 = 22 × 31 × 51 × 171 × 231
 = 23460
 अत: महत्तम समापवर्तक (H.C.F.) = 2
 तथा लघुत्तम समापवर्त्य (L.C.M.) = 23460
 संख्याओं का गुणनफल = 92 × 510 = 46920
 तथा H.C.F. × L.C.M. = 2 × 23460 = 46920
 अत: संख्याओं का गुणनफल = H.C.F. × L.C.M.
 इति सिद्धम्
(iii) 54 = 2 × 3 × 3 × 3 = 21 × 33
 और 336 = 2 × 2 × 2 × 2 × 3 × 7 = 24 × 31 × 71
 तब, दोनों संख्याओं के उभयनिष्ठ अभाज्य गुणनखण्डों का (न्यूनतम घातों में) गुणनफल = 21 × 31 = 6
 तथा दोनों संख्याओं के सभी अभाज्य गुणनखण्डों का (अधिकतम घातों में) गुणनफल
 = 24 × 33 × 7
 = 16 × 27 × 7
 = 3024
 अत: महत्तम समापवर्तक (H.C.F.) = 6
 तथा लघुत्तम समापवर्त्य (L.C.M.) = 3024
 संख्याओं का गुणनफल = 54 × 336 =18144
 तथा H.C.F. × L.C.M. = 6 × 3024 = 18144
 अत: संख्याओं का गुणनफल = H.C.F. × L.C.M.
 इति सिद्धम्

प्रश्न 3.
 अभाज्य गुणनखण्डन विधि द्वारा निम्नलिखित पूर्णांकों के H.C.F. और L.C.M. ज्ञात कीजिए :
 (i) 12, 15 और 21
 (ii) 17, 23 और 29
 (iii) 8, 9 और 25
 हल
 (i) 12 = 2 × 2 × 3 = 22 × 31
 15 = 3 × 5 = 31 × 51
 और 21 = 3 × 7 = 31 × 71
 संख्याओं के सार्वनिष्ठ अभाज्य गुणनखण्डों का (न्यूनतम घातों में) गुणनफल = 31 = 3
 तथा संख्याओं के सभी अभाज्य गुणनखण्डों का (अधिकतम घातों में) गुणनफल
 = 22 × 31 × 51 × 71
 = 4 × 3 × 5 × 7
 = 420
 अतः म० स० (H.C.F.) = 3
 तथा ल० स० (L.C.M.) = 420
(ii) 17 = 1 × 17 = 1 × 171
 23 = 1 × 23 = 1 × 231
 और 29 = 1 × 29 = 1 × 291
 सभी संख्याओं के सार्वनिष्ठ अभाज्य गुणनखण्डों का (न्यूनतम घातों में) गुणनफल = 1
 तथा सभी संख्याओं के सभी अभाज्य गुणनखण्डों का (अधिकतम घातों में) गुणनफल
 = 171 × 231 × 291
 = 17 × 23 × 29
 = 11339
 अत: म० स० (H.C.F.) = 1
 तथा ल० स० (L.C.M.) = 11339
(iii) 8 = 2 × 2 × 2 = 23
 9 = 3 × 3 = 32
 और 25 = 5 × 5 = 52
 1 के अतिरिक्त सभी संख्याओं का कोई सार्वनिष्ठ अभाज्य गुणनखण्ड नहीं है जिससे म० स० = 1
 और ल० स० = 23 × 32 × 52
 = 8 × 9 × 25
 = 1800
 अत: म० स० (H.C.F.) = 1
 तथा ल० स० (L.C.M.) = 1800

प्रश्न 4.
 H.C.F. (306, 657) = 9 दिया है। L.C.M. (306, 657) ज्ञात कीजिए।
 हल
 दिया है, H.C.F. (306, 657) = 9 ⇒ 306 और 657 का H.C.F. = 9
 सूत्र- संख्याओं का गुणनफल = H.C.F. × L.C.M. से,
 306 × 657 = 9 × L.C.M.
 L.C.M. = \(\frac{306 \times 657}{9}\)
 = 306 × 73
 = 22338
 अत: L.C.M. = 22338
प्रश्न 5.
 जाँच कीजिए कि क्या किसी प्राकृत संख्या n के लिए 6n अंक 0 पर समाप्त हो सकती है?
 हल
 यदि 6n (जहाँ, n एक प्राकृत संख्या है) का मान एक ऐसी संख्या है जिसमें इकाई का अंक शून्य है तो 6n, 5 से विभाज्य होगा।
 6n = (2 × 3)n जिसका आशय है कि 6n के अभाज्य गुणनखण्डों में 2 या 3 के अतिरिक्त कोई अन्य अभाज्य गुणनखण्ड नहीं है।
 6n का कोई गुणनखण्ड 5 नहीं हो सकता।
 अत: 6n, अंक शून्य पर समाप्त नहीं हो सकती।
प्रश्न 6.
 व्याख्या कीजिए कि 7 × 11 × 13 + 13 और 7 × 6 × 5 × 4 × 3 × 2 × 1 + 5 भाज्य संख्याएँ क्यों हैं?
 हल
 7 × 11 × 13 + 13 = 1001 + 13 = 1014 = 2 × 3 × 13 × 13
 
 दी हुई संख्या (7 × 11 × 13 + 13) को अभाज्य गुणनखण्डों के गुणनफल (2 × 3 × 13 × 13) के रूप में व्यक्त किया जा सकता है।
 अतः अंकगणित की आधारभूत प्रमेय के अनुसार (7 × 11 × 13 + 13) एक भाज्य संख्या है।
 इसी प्रकार, 7 × 6 × 5 × 4 × 3 × 2 × 1 + 5 = 5040 + 5 = 5045 = 5 × 1009
 
 दी गई संख्या (7 × 6 × 5 × 4 × 3 × 2 × 1 + 5) को 5 × 1009
 अभाज्य गुणनखण्डों के गुणनफल के रूप में लिखा जा सकता है।
 अत: संख्या (7 × 6 × 5 × 4 × 3 × 2 × 1 + 5) अंकगणित की आधारभूत प्रमेय के अनुसार भाज्य है।

प्रश्न 7.
 किसी खेल के मैदान के चारों ओर एक वृत्ताकार पथ है। इस मैदान का एक चक्कर लगाने में सोनिया को 18 मिनट लगते हैं, जबकि इसी मैदान का एक चक्कर लगाने में रवि को 12 मिनट लगते हैं। मान लीजिए कि वे दोनों एक ही स्थान और एक ही समय पर चलना प्रारम्भ करके एक ही दिशा में चलते हैं। कितने समय बाद वे पुनः प्रारम्भिक स्थान पर मिलेंगे?
 हल
 सोनिया और रवि जिस स्थान से चले थे उसी स्थान पर पुनः मिलने के लिए उन्हें वह समय चाहिए जो 12 मिनट और 18 मिनट दोनों समयों का एक ही गुणज हो और न्यूनतम हो। इसके लिए हमें 12 और 18 का लघुत्तम समापवर्त्य (L.C.M.) ज्ञात करना होगा।
 12 = 2 × 2 × 3 = (2)2 × 3 तथा 18 = 2 × 3 × 3 = 2 × (3)2
 दोनों संख्याओं में अभाज्य गुणनखण्ड 2 की अधिकतम घात का अभाज्य गुणनखण्ड = (2)2
 और दोनों संख्याओं में अभाज्य गुणनखण्ड 3 की अधिकतम घात का अभाज्य गुणनखण्ड = (3)2
 लघत्तम समापवर्त्य (L.C.M.) = (2)2 × (3)2 = 4 × 9 = 36
 अतः वे 36 मिनट बाद पुनः प्रारम्भिक स्थान पर मिलेंगे।