BSEB Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 4 कार्बन एवं इसके यौगिक
Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 4 कार्बन एवं इसके यौगिक Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.
Bihar Board Class 10 Science कार्बन एवं इसके यौगिक InText Questions and Answers
अनुच्छेद 4.1 पर आधारित
प्रश्न 1.
 CO2 सूत्र वाले कार्बन डाइऑक्साइड की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना क्या होगी?
 उत्तर:
 CO2 सूत्र वाले कार्बन डाइ-ऑक्साइड की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना निम्न प्रकार है –
 
 प्रश्न 2.
 सल्फर के आठ परमाणुओं से बने सल्फर के अणु की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना क्या होगी?
 (संकेतः सल्फर के आठ परमाणु एक अंगूठी के रूप में आपस में जुड़े होते हैं।)
 उत्तर:
 सल्फर के अणु की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना निम्न प्रकार है –
 
अनुच्छेद 4.2 पर आधारित
प्रश्न 1.
 पेन्टेन के लिए आप कितने संरचनात्मक समावयवों का चित्रण कर सकते हैं?
 उत्तर:
 पेन्टेन के लिए तीन संरचनात्मक समावयवों का चित्रण निम्नवत् किया जा सकता है –
 

प्रश्न 2.
 कार्बन के दो गुणधर्म कौन-से हैं जिनके कारण हमारे चारों ओर कार्बन यौगिकों की विशाल संख्या दिखाई देती है?
 उत्तर:
 कार्बन यौगिकों की बहुतायत के निम्नलिखित दो कारण हैं –
 1. कार्बन परमाणु श्रृंखलन (catenation)।
 2. कार्बन परमाणु की चतुः संयोजकता।
 शृंखलन कार्बन परमाणुओं का विशेष गुण होता है जिसके कारण कार्बन परमाणु सीधी, शाखित या चक्रीय श्रृंखलाएँ बना लेते हैं।
 चतुःसंयोजकता के कारण कार्बन अपने ही परमाणुओं के साथ एकल, द्वि या त्रिक सहसंयोजक आबंध बनाते हैं।
 उपर्युक्त कारणों से कार्बन बहुत अधिक संख्या में यौगिक बनाता है। अतः हमारे चारों ओर कार्बनिक यौगिकों की विशाल संख्या दिखाई देती है।

प्रश्न 3.
 साइक्लोपेन्टेन का सूत्र तथा इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना क्या होंगे?
 उत्तर:
 साइक्लोपेन्टेन का सूत्र CH5H10 होता है। C5H10 की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना निम्न प्रकार से है
 
प्रश्न 4.
 निम्न यौगिकों की संरचनाएँ चित्रित कीजिए –
- एथेनॉइक अम्ल
- ब्रोमोपेन्टेन’
- ब्यूटेनोन
- हेक्सेनैल
क्या ब्रोमोपेन्टेन के संरचनात्मक समावयव संभव हैं?
 
 
 हेक्सेनैल हाँ, ब्रोमोपेन्टेन के संरचनात्मक समावयव सम्भव हैं।
प्रश्न 5.
 निम्न यौगिकों का नामकरण कैसे करेंगे?
 उत्तर:
 
- ब्रोमोएथेन
- मेथेनॉल
- हेक्सा 1-आइन
अनुच्छेद 4.3 पर आधारित
प्रश्न 1.
 एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया क्यों कहते हैं?
 उत्तर:
 एथेनॉइक अम्ल में एथेनॉल की अपेक्षा एक ऑक्सीजन परमाणु अधिक और दो हाइड्रोजन परमाणु कम होते हैं। ऑक्सीजन की वृद्धि और हाइड्रोजन की कमी वाली रासायनिक अभिक्रियाएँ ऑक्सीकरण अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।

प्रश्न 2.
 ऑक्सीजन तथा एथाइन के मिश्रण का दहन वेल्डिंग के लिए किया जाता है। क्या आप बता सकते हैं कि एथाइन तथा वायु के मिश्रण का उपयोग क्यों नहीं किया
 जाता?
 उत्तर:
 वायु में नाइट्रोजन और अन्य निष्क्रिय गैसें होती हैं जो एथाइन के दहन हेतु ऑक्सीजन की प्रचुर आपूर्ति को बाधित करती हैं, इसलिए एथाइन के दहन के लिए वायु का उपयोग नहीं कर सकते हैं।
अनुच्छेद 4.4 पर आधारित
प्रश्न 1.
 प्रयोग द्वारा आप ऐल्कोहॉल एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल में कैसे अंतर कर सकते हैं?
 उत्तर:
 ऐल्कोहॉल और कार्बोक्सिलिक अम्ल में निम्न प्रकार से अंतर किया जा सकता है –
 1. ऐल्कोहॉल और सोडियम कार्बोनेट की अभिक्रिया कराने पर कोई गैस नहीं निकलती है।
 2. कार्बोक्सिलिक अम्ल की सोडियम कार्बोनेट से अभिक्रिया कराने पर सनसनाहट के साथ CO2गैस उत्पन्न होती है जो चूने के पानी को दूधिया कर देती है।
प्रश्न 2.
 ऑक्सीकारक क्या हैं?
 उत्तर:
 वे रासायनिक पदार्थ जो स्वयं अपचयित होकर दूसरे को ऑक्सीकृत करते हैं उन्हें ऑक्सीकारक कहते हैं। जैसे – KMnO4 K2Cr2O7 ऑक्सीकारक हैं।
अनुच्छेद 4.5 पर आधारित
प्रश्न 1.
 क्या आप डिटरजेंट का उपयोग कर बता सकते हैं कि कोई जल कठोर है अथवा नहीं?
 उत्तर:
 नहीं, क्योंकि अपमार्जक (डिटरजेंट) कठोर और मृदु दोनों प्रकार के जल के साथ अधिक मात्रा में झाग उत्पन्न करते हैं।
प्रश्न 2.
 लोग विभिन्न प्रकार से कपडे धोते हैं। सामान्यतः साबन लगाने के बाद लोग कपडे को पत्थर पर पटकते हैं, डंडे से पीटते हैं, ब्रश से रगड़ते हैं या वाशिंग मशीन में कपड़े रगड़े जाते हैं। कपड़ा साफ करने के लिए उसे रगड़ने की क्यों आवश्यकता होती है?
 उत्तर:
 साबुन से कपड़े धोकर साफ करने के लिए रगड़ना या पीटना इसलिए आवश्यक है, क्योंकि जल में उपस्थित मैग्नीशियम और कैल्सियम के लवणों के साथ साबुन क्रिया करके अघुलनशील, श्वेत दही जैसा पदार्थ बनाता है। यह पदार्थ कपड़ों पर चिपक जाता है। उसे हटाने के लिए ब्रश या हाथ से रगड़कर कपड़ों को धोना आवश्यक है।
Bihar Board Class 10 Science कार्बन एवं इसके यौगिक Textbook Questions and Answers
प्रश्न 1.
 एथेन का आणविक सूत्र – C2H6 है। इसमें
 (a) 6 सहसंयोजक आबंध हैं
 (b) 7 सहसंयोजक आबंध हैं
 (c) 8 सहसंयोजक आबंध हैं
 (d) 9 सहसंयोजक आबंध हैं
 उत्तर:
 (b) 7 सहसंयोजक आबंध हैं।
प्रश्न 2.
 ब्यूटेनॉन चर्तु-कार्बन यौगिक है जिसका प्रकार्यात्मक समूह है
 (a) कार्बोक्सिलिक अम्ल
 (b) ऐल्डिहाइड
 (c) कीटोन
 (d) ऐल्कोहॉल
 उत्तर:
 (c) कीटोन

प्रश्न 3.
 खाना बनाते समय यदि बर्तन की तली बाहर से काली हो रही है तो इसका मतलब है कि –
 (a) भोजन पूरी तरह नहीं पका है
 (b) ईंधन पूरी तरह से नहीं जल रहा है
 (c) ईंधन आर्द्र है
 (d) ईंधन पूरी तरह से जल रहा है
 उत्तर:
 (b) ईंधन पूरी तरह से नहीं जल रहा है।
प्रश्न 4.
 CH3Cl में आबंध निर्माण का उपयोग कर सहसंयोजक आबंध की प्रकृति समझाइए।
 उत्तर:
 CH3Cl की आबंध संरचना निम्न प्रकार है –
 
 उपर्युक्त संरचना में तीन हाइड्रोजन परमाणु कार्बन से सहसंयोजक आबंध द्वारा जुड़े हैं। कार्बन और क्लोरीन के बीच भी सहसंयोजक आबंध है परन्तु क्लोरीन कार्बन की अपेक्षा अधिक ऋणात्मक है इसलिए यह एक ध्रुवीय सहसंयोजक आबंध बनाती है।
 
प्रश्न 5.
 इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना बनाइए
 (a) एथेनॉइक अम्ल
 (b) H2S
 (c) प्रोपेनोन
 (d) F2
 उत्तर:
 (a) एथेनॉइक अम्ल
 
 (b) हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S)
 
 (c) प्रोपेनोन (CH3COCH3)
 
 (d) फ्लु ओरीन अणु (F2)
 
प्रश्न 6.
 समजातीय श्रेणी क्या है? उदाहरण के साथ समझाइए। (2009, 11, 13, 14, 15, 16, 17, 18)
 उत्तर:
 कार्बनिक यौगिकों का वह समूह जिनका सामान्य सूत्र एवं क्रियात्मक समूह एक जैसा होता है उसे समजातीय श्रेणी कहते हैं तथा उसके सदस्यों को समजात गण कहते हैं। जैसे- मेथेनॉल CH3OH ; एथेनॉल CH3CH2OH ; प्रोपेनॉल CH3CH2CH2OH
 समजातीय श्रेणी के सदस्यों के निम्नलिखित लक्षण हैं –
 (a) सभी सदस्यों को एक सामान्य सूत्र द्वारा प्रदर्शित कर सकते हैं।
 (b) सभी सदस्यों का एक ही क्रियात्मक समूह होता है।
 (c) प्रत्येक क्रमागत सदस्य के अणुसूत्र में – CH2 का अंतर होता है।
 (d) प्रत्येक क्रमागत सदस्य के अणुभार में 14 u का अंतर होता है।
 (e) किसी एक सदस्य के गुणधर्म के आधार पर सभी सदस्यों के सामान्य गुणधर्म ज्ञात कर सकते हैं।

प्रश्न 7.
 भौतिक एवं रासायनिक गुणधर्मों के आधार पर एथेनॉल एवं एथेनॉइक अम्ल में आप कैसे अंतर करेंगे?
 उत्तर:
 1. भौतिक गुण –
 
 2. रासायनिक गुण –
 
प्रश्न 8.
 जब साबुन को जल में डाला जाता है तो मिसेल का निर्माण क्यों होता है? क्या एथेनॉल जैसे दूसरे विलायकों में भी मिसेल का निर्माण होगा?
 उत्तर:
 साबुन के अणु के दो मुख्य भाग होते है – एक जलरागी और दूसरा जलविरागी। कार्बन शृंखला वाला भाग जलविरागी होता है और आयनिक भाग जिसमें सोडियम या पोटैशियम परमाणु होता है वह जलरागी होता है। यह जब पानी जैसे ध्रुवीय विलायक में डाले जाते हैं तब आवेशित भाग के कारण इनका जलरागी भाग बाहर (जल की ओर) होता है। इस प्रकार मिसेल बनते हैं। एथेनॉल एक अध्रुवीय विलायक है अतः इसमें जलरागी भाग के लिए आकर्षण भी नहीं होता है। अतः एथेनॉल में साबुन घोलने पर मिसेल नहीं बनेंगे।
प्रश्न 9.
 कार्बन एवं उसके यौगिकों का उपयोग अधिकतर अनुप्रयोगों में ईंधन के रूप में क्यों किया जाता है?
 उत्तर:
 कार्बन और इसके यौगिक दहन के परिणामस्वरूप अधिक मात्रा में ऊष्मा देते हैं। कार्बन और हाइड्रोजन की प्रतिशत मात्रा अधिक होने के कारण इनका ज्वलन ताप सामान्य होता है। इनका रखरखाव आसान होता है तथा दहन नियन्त्रित किया जा सकता है। इसलिए कार्बन और उसके यौगिकों का उपयोग ईंधन के रूप में होता है।

प्रश्न 10.
 कठोर जल को साबुन से उपचारित करने पर झाग के निर्माण को समझाइए।
 उत्तर:
 कठोर जल में कैल्सियम और मैग्नीशियम के घुलनशील लवण होते हैं। जब साबुन से ये लवण क्रिया करते हैं तब अघुलनशील लवण बनाते हैं जिसे स्कम या झाग कहते हैं।
 
प्रश्न 11.
 यदि आप लिटमस पत्र (लाल एवं नीला) से साबुन की जाँच करें तो आपका प्रेक्षण क्या होगा?
 उत्तर:
 यदि हम लिटमस पत्र से साबुन की जाँच करें तो पता चलता है कि यह लाल लिटमस पत्र को नीला कर देता है। क्योंकि इसकी प्रकृति क्षारीय होती है।
प्रश्न 12.
 हाइड्रोजनीकरण क्या है? इसका औद्योगिक अनुप्रयोग क्या है?
 उत्तर:
 असंतृप्त हाइड्रोकार्बन श्रृंखला में हाइड्रोजन के योग को हाइड्रोजनीकरण कहते हैं। यह क्रिया उत्प्रेरक की उपस्थिति में कराई जाती है।
 
 हाइड्रोजनीकरण का उपयोग असंतृप्त वसा (तेल) को संतृप्त वसा (वनस्पति घी) बनाने वाले उद्योगों में होता है।
 
प्रश्न 13.
 दिए गए हाइड्रोकार्बन: C2H6, C3H8,C3H6, C2H2 एवं CH4 में किसमें संकलन अभिक्रिया होती है?
 उत्तर:
 C2H2 एवं C3H6 में संकलन अभिक्रिया होगी; क्योंकि ये दोनों यौगिक असंतृप्त हाइड्रोकार्बन हैं तथा इनमें द्वि व त्रि-आबंध उपस्थित हैं।
 
प्रश्न 14.
 मक्खन एवं खाना बनाने वाले तेल के बीच रासायनिक अंतर समझने के लिए एक परीक्षण बताइए।
 उत्तर:
 मक्खन संतृप्त हाइड्रोकार्बन है जबकि खाद्य तेल असंतृप्त हाइड्रोकार्बन है। इस अंतर को निम्न प्रकार से प्रदर्शित किया जा सकता है
 1. थोड़े-से मक्खन को गर्म करके उसमें कुछ बूंदें ब्रोमीन जल डालते हैं। ब्रोमीन जल का रंग नहीं उड़ता। इससे यह पता चलता है कि मक्खन संतृप्त कार्बनिक यौगिक है।
 2. खाद्य तेल में कुछ बूंदें ब्रोमीन जल की डालकर हिलाते हैं। कुछ समय बाद ब्रोमीन जल का रंग उड़ जाता है। इससे यह पता चलता है कि खाद्य तेल असंतृप्त कार्बनिक यौगिक है।

प्रश्न 15.
 साबुन की सफाई प्रक्रिया की क्रियाविधि समझाइए। (2013, 15, 17)
 उत्तर:
 साबुन के अणु ऐसे होते हैं जिनके दोनों सिरों के विभिन्न गुणधर्म होते हैं। जल में विलेय एक सिरे को जलरागी कहते हैं तथा हाइड्रोकार्बन में विलेय दूसरे सिरे को । जलविरागी कहते हैं। जब साबुन जल की सतह पर होता है तब इसके अणु अपने को इस प्रकार व्यवस्थित कर लेते हैं कि इसका आयनिक सिरा जल के अंदर होता है जबकि हाइड्रोकार्बन पूँछ (दूसरा छोर) जल के तैलीय गंदगी बाहर होती है। जल के अंदर इन अणुओं की एक विशेष व्यवस्था होती है ? जिससे इसका हाइड्रोकार्बन सिरा जल के बाहर बना होता है।
 
 ऐसा अणुओं का बड़ा गुच्छा बनने के कारण होता है जिससे जलविरागी पूँछ गुच्छे के आन्तरिक हिस्से में होती है जबकि उसका आयनिक सिरा गुच्छे की सतह चित्र मोदी के नाराज मिया पर होता है। इस संरचना को मिसेल कहते हैं। मिसेल के रूप में साबुन स्वच्छ करने में सक्षम होता है; क्योंकि तैलीय मैल मिसेल के केन्द्र में एकत्र हो जाते हैं। मिसेल विलयन में कोलॉइड के रूप में बने रहते हैं तथा आयन-आयन विकर्षण के कारण वे अवक्षेपित नहीं होते। इस प्रकार साबुन का मिसेल मैल को पानी में घुलाने में मदद करता है और हमारे कपड़े साफ़ हो जाते हैं (चित्र देखिए)।
Bihar Board Class 10 Science कार्बन एवं इसके यौगिक Additional Important Questions and Answers
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
 कार्बनिक यौगिकों का मुख्य स्रोत है – (2009)
 (a) कोलतार
 (b) पेट्रोलियम
 (c) कोलतार तथा पेट्रोलियम
 (d) इनमें से कोई नहीं
 उत्तर:
 (c) कोलतार तथा पेट्रोलियम
प्रश्न 2.
 कार्बनिक यौगिक अकार्बनिक यौगिकों की तुलना में (2012)
 (a) जल में अधिक घुलनशील होते हैं।
 (b) सामान्यत: यह जटिल नहीं होते हैं व इनका अणुभार कम होता है
 (c) जल में ये शीघ्र आयनित होते हैं
 (d) इनका क्वथनांक व गलनांक अपेक्षाकृत कम होता है।
 उत्तर:
 (d) इनका क्वथनांक व गलनांक अपेक्षाकृत कम होता है

प्रश्न 3.
 मिट्टी के तेल में कार्बन परमाणुओं की संख्या है – (2015, 16)
 (a) C5 – C6
 (b) C8 – C9
 (c) C18 – C32
 (d) C11 – C16
 उत्तर:
 (d) C11 – C16
प्रश्न 4.
 असंतृप्त हाइड्रोकार्बन – (2013)
 (a) में द्विबन्ध होते हैं।
 (b) में सिर्फ एकलबन्ध होते हैं
 (c) चतुष्फलक होते हैं
 (d) में C-C के मध्य बंध कोण 109°28′ होता है
 उत्तर:
 (a) में द्विबन्ध होते हैं
प्रश्न 5.
 निम्नलिखित में असंतृप्त यौगिक है (2014)
 (b) CH4
 (a) C2H6
 
 (d) C2H4
 उत्तर:
 (d) C2H4
प्रश्न 6.
 ऐरोमैटिक यौगिक है –
 (a) C2H6
 (b) CH3OH
 (c) C6H6
 (d) C2H6
 उत्तर:
 (c) C6H6

प्रश्न 7.
 विवृत श्रृंखला यौगिक है –
 (a) चक्रीय हेक्सेन
 (b) चक्रीय ब्यूटेन
 (c) बेंजीन
 (d) ब्यूटीन-2
 उत्तर:
 (d) ब्यूटीन-2
प्रश्न 8.
 ऐल्केनों का सामान्य सूत्र है –
 (a) CnH2n+2
 (b) CnH2n
 (c) CnH2n-2
 (d) C2H4
 उत्तर:
 (a) CnH2n+2
प्रश्न 9.
 ऐल्कीन श्रेणी का प्रथम सदस्य है –
 (a) मेथेन
 (b) एथेन
 (c) एथिलीन
 (d) ऐसीटिलीन
 उत्तर:
 (c) एथिलीन
प्रश्न 10.
 निम्नलिखित में एल्काइन है –
 (a) C3H8
 (b) C4H10
 (c) C3H6
 (d) C3H4
 उत्तर:
 (d) C3H4
प्रश्न 11.
 ऐसीटिक अम्ल में क्रियात्मक समूह है –
 (a) > C = O
 (b) -OH
 (c) -COOH
 (d) -O-
 उत्तर:
 (c) -COOH

प्रश्न 12.
 ब्यूटेनोन में क्रियात्मक समूह है – (2011, 12, 13, 14)
 (a) -CHO
 (b) >C =O
 (c) -OH
 (d) -COOH
 उत्तर:
 (b) >C =O
प्रश्न 13.
 प्रोपेनल में क्रियात्मक समूह है – (2017)
 (a) -CHO
 (b) >C =O
 (c) -OH
 (d) -OCH3
 उत्तर:
 (a) -CHO
प्रश्न 14.
 निम्नलिखित में से किस यौगिक में ऐल्कोहॉलीय समूह उपस्थित है ? (2011, 14, 17)
 (a) CH3-CO-OH
 (b) CH3-CH2-OH
 (c) C6H5OH
 (d) H-OH
 उत्तर:
 (b) CH3-CH2-OH
प्रश्न 15.
 निम्नलिखित में किस यौगिक में कीटोनी समूह उपस्थित है? (2017)
 
 उत्तर:
 
प्रश्न 16.
 निम्नलिखित में सजातीय युग्म है – (2010, 11)
 (a) CH4तथा C2H4
 (b) CH3Cl तथा CH3OH
 (c) CH3OH तथा C3H7OH
 (d) HCHO तथा CH3NH2
 उत्तर:
 (c) CH3OH तथा C3H7OH

प्रश्न 17.
 ऐसीटिक अम्ल का आई०यू०पी०ए०सी० नाम है – (2014, 16, 17)
 (a) ऐसीटिक अम्ल
 (b) एथेनोइक अम्ल
 (c) मेथेनोइक अम्ल
 (d) प्रोपेनोइक अम्ल
 उत्तर:
 (b) एथेनोइक अम्ल
प्रश्न 18.
 फॉर्मेल्डिहाइड का आई०यू०पी०ए०सी० नाम है – (2015)
 (a) फॉर्मेल्डिहाइड
 (b) मेथेनल
 (c) एथेनल
 (d) ऐसेटेल्डिहाइड
 उत्तर:
 (b) मेथेनल
प्रश्न 19.
 ऐसेटेल्डिहाइड का आई०यू०पी०ए०सी० नाम है – (2016)
 (a) एथेनॉल
 (b) एथेनल
 (c) एथीन
 (d) एथाइन
 उत्तर;
 (b) एथेनल
प्रश्न 20.
 ऐसीटोन का आई० यू० पी० ए० सी० नाम है – (2015, 16)
 (a) ब्यूटेनोन
 (b) प्रोपेनोन
 (c) ब्यूटेनॉल
 (d) प्रोपेनॉल
 उत्तर:
 (b) प्रोपेनोन

प्रश्न 21.
 C2H6 का IUPAC नाम है – (2018)
 (a) मेथेन
 (b) एथेन
 (c) एथाइन
 (d) एथिलीन
 उत्तर:
 (b) एथेन
प्रश्न 22.
 ऐलुमिनियम कार्बाइड पर जल की क्रिया द्वारा इनमें से कौन-सा हाइड्रोकार्बन उत्पन्न होता है? (2018)
 (a) एथेन
 (b) मेथेन
 (c) एसीटिलीन
 (d) एथिलीन
 उत्तर:
 (b) मेथेन
प्रश्न 23.
 प्राकृतिक गैस का मुख्य अवयव है – (2013, 14, 16, 17)
 (a) मेथेन
 (b) एथेन
 (c) प्रोपेन
 उत्तर:
 (a) मेथेन
प्रश्न 24.
 पेट्रोलियम में होते हैं, मुख्यतः
 (a) ऐलिफैटिक हाइड्रोकार्बन
 (b) ऐरोमैटिक हाइड्रोकार्बन
 (c) ऐलिफैटिक ऐल्कोहॉल
 (d) एरोमैटिक ऐल्कोहॉल
 उत्तर:
 (a) ऐलिफैटिक हाइड्रोकार्बन
प्रश्न 25.
 ऐल्कोहॉलों के विहाइड्रोजनीकरण से यौगिक प्राप्त होता है – (2013)
 (a) अम्ल
 (b) एस्टर
 (c) ऐल्डिहाइड
 (d) ऐमीन
 उत्तर:
 (c) ऐल्डिहाइड

प्रश्न 26.
 जब एथेनॉल को सान्द्र H2SO4 के साथ 160°- 170°C पर गर्म करते हैं तो उत्पादित यौगिक का नाम है –
 (a) एथिल हाइड्रोजन सल्फेट
 (b) डाइ-एथिल ईथर
 (c) एथिलीन
 (d) ऐसीटेल्डिहाइड
 उत्तर:
 (c) एथिलीन
प्रश्न 27.
 ऐसीटिक अम्ल में कितने अम्लीय (विस्थापनीय) H परमाणु हैं ? (2013, 14, 15)
 (a) 1
 (b) 2
 (c) 3
 (d) 4
 उत्तर:
 (a) 1
प्रश्न 28.
 साबुन बनाने में तेल के साथ प्रयोग में लाया जाता है – (2009)
 या साबुन बनाने में प्रयोग किया जाने वाला पदार्थ है
 (a) सोडियम नाइट्रेट
 (b) कॉस्टिक सोडा (सोडियम हाइड्रॉक्साइड)
 (c) सोडियम ऐसीटेट
 (d) सोडियम क्लोराइड
 उत्तर:
 (b) कॉस्टिक सोडा (सोडियम हाइड्रॉक्साइड)
प्रश्न 29.
 मृदु साबुन बनाने के लिए आवश्यक पदार्थ है –
 (a) कॉस्टिक सोडा
 (b) धावन सोडा
 (c) खाने वाला सोडा
 (d) कॉस्टिक पोटाश
 उत्तर:
 (d) कॉस्टिक पोटाश

प्रश्न 30.
 एस्टरों के क्षारीय जल-अपघटन की क्रिया कहलाती है –
 (a) एस्टरीकरण
 (b) साबुनीकरण
 (c) बहुलकीकरण
 (d) उदासीनीकरण
 उत्तर:
 (b) साबुनीकरण
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
 यदि कार्बन चार एकल बन्ध बनाता है तो किन्हीं दो बन्धों के बीच का कोण कितना होता है ?
 उत्तर:
 109°28′
प्रश्न 2.
 कार्बनिक यौगिकों में किस प्रकार की संयोजकता होती है ?
 उत्तर:
 सहसंयोजकता।
प्रश्न 3.
 कार्बनिक यौगिकों की विलेयता जल अथवा कार्बनिक विलायकों में से किसमें अधिक होती है ?
 उत्तर:
 कार्बनिक विलायकों में।
प्रश्न 4.
 प्रयोगशाला में सर्वप्रथम किस कार्बनिक यौगिक का निर्माण हुआ था? इसका नाम व सूत्र दीजिए। (2012, 16)
 उत्तर:
 यूरिया (NH2 .CO .NH2 )
प्रश्न 5.
 दो ऐलिफैटिक असंतृप्त हाइड्रोकार्बनों के नाम व अणु सूत्र लिखिए। (2017)
 उत्तर:
 एथिलीन (C2H4) व ऐसीटिलीन (C2H2)।

प्रश्न 6.
 ऐल्कीन श्रेणी का सामान्य सूत्र लिखिए। (2012, 13, 14)
 उत्तर:
 CnH2n
प्रश्न 7.
 सजातीय श्रेणी में यौगिकों के किस गुण में समानता होती है –
 1. भौतिक गुणों में
 2. रासायनिक गुणधर्मों में।
 उत्तर:
 रासायनिक गुणधर्मों में।
प्रश्न 8.
 CH-O-CH2-CH3 तथा
 CH3-CH2-CH=CH2–CH3
 यौगिकों के आई०यू०पी०ए०सी० पद्धति में नाम लिखिए। (2011)
 उत्तर:
 CH3-O-CH2CH3 मेथॉक्सी एथेन
 CH3-CH2-CH=CH-CH3 पेन्टीन-2
प्रश्न 9.
 यौगिक CH3CH2OH का IUPAC नाम क्या है? (2017, 18)
 उत्तर:
 एथेनॉल।
प्रश्न 10.
 पेट्रोलियम के शोधन के लिए प्रयुक्त विधि का नाम बताइए।
 उत्तर:
 प्रभाजी आसवन।

प्रश्न 11.
 किसी एक योगात्मक अभिक्रिया की समीकरण लिखिए। (2011, 17, 18)
 या योगात्मक अभिक्रिया को उदाहरण देकर समझाइए। (2012, 13, 16, 17, 18)
 या योगात्मक अभिक्रिया पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2013, 15, 18)
 या एथिलीन गैस की एक योगात्मक अभिक्रिया का समीकरण लिखिए।
 उत्तर:
 योगात्मक अभिक्रिया में पदार्थ आपस में संयोग करके केवल एक पदार्थ बनाते हैं तथा कोई भी अन्य पदार्थ नहीं बनता है।
 उदाहरणार्थ:
 
प्रश्न 12.
 एथिलीन की प्रतिस्थापन अभिक्रिया का समीकरण लिखिए। (2013, 15, 18)
 या एथिलीन की क्लोरीन के साथ रासायनिक अभिक्रिया लिखिए। (2018)
 उत्तर:
 400°C पर एथिलीन अणु के एक हाइड्रोजन परमाणु का विस्थापन, क्लोरीन परमाणु द्वारा हो जाता है और वाइनिल क्लोराइड बनता है। जिसके बहुलकीकरण से पॉली वाइनिल क्लोराइड (P.V.C.) बनाया जाता है।
 
प्रश्न 13.
 मेथेन की सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में क्लोरीन के साथ क्या अभिक्रिया होती है? (2011, 15, 17)
 या मेथेन की क्लोरीन के साथ क्रिया लिखिए। (2017)
 उत्तर:
 सूर्य के मद्धिम प्रकाश की उपस्थिति में मेथेन हैलोजनों के साथ विस्थापन अभिक्रियाएँ प्रदर्शित करती है। इस अभिक्रिया में इसके चारों हाइड्रोजन परमाणु एक-एक करके चार हैलोजन परमाणुओं द्वारा विस्थापित हो जाते हैं।
 उदाहरणार्थ:
 CH4 + Cl2 → HCl + CH3 Cl (मेथिल क्लोराइड)
 CH3Cl + Cl2 → HCl + CH2Cl2(डाइ-क्लोरो मेथेन)
 CH2Cl2 + Cl2 → HCl + CHCl3 (क्लोरोफॉर्म)
 CHCl3 + Cl2 → HCl + CCl4 (कार्बन टेट्रा-क्लोराइड)

प्रश्न 14.
 एथिल ऐल्कोहॉल से आयोडोफार्म तथा डाइएथिल ईथर कैसे प्राप्त करेंगे? केवल समीकरण दीजिए। (2013, 14)
 या एथिल ऐल्कोहॉल की हैलोफार्म अभिक्रिया का समीकरण लिखिए। (2013)
 उत्तर:
 1. एथिल ऐल्कोहॉल को आयोडीन व सोडियम हाइड्रॉक्साइड के साथ गर्म करने पर आयोडोफार्म बनता है।
 
 इस क्रिया को हैलोफार्म अभिक्रिया कहते हैं।
 2. एथिल ऐल्कोहॉल तथा सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल को 140°C पर गर्म करने पर डाइएथिल ईथर बनता है।
 
प्रश्न 15.
 एथिल ऐल्कोहॉल के ऑक्सीकरण से प्राप्त यौगिकों के नाम व सूत्र लिखिए। (2011)
 उत्तर:
 एथिल ऐल्कोहॉल के ऑक्सीकरण से प्रथम पद में ऐसेटेल्डिहाइड (CH3CHO) व द्वितीय पद में ऐसीटिक अम्ल (CH3COOH) प्राप्त होता है।
प्रश्न 16.
 क्या होता है जब (केवल समीकरण दीजिए) (2011)
- एथिल ऐल्कोहॉल को क्लोरीन व NaOH के साथ गर्म करते हैं?
- ऐसीटिक अम्ल क्लोरीन से क्रिया करता है? (2014, 17)
- एथिल ऐल्कोहॉल को सोडियम धातु के साथ क्रिया कराते हैं? (2016, 18)
उत्तर:
 1. क्लोरोफार्म बनता है।
 
 2. लाल फॉस्फोरस की उपस्थिति में ऐसीटिक अम्ल में क्लोरीन प्रवाहित करने पर मेथिल मूलक के हाइड्रोजन परमाणु एक-एक करके क्लोरीन परमाणुओं से विस्थापित हो जाते हैं।
 
 3. सोडियम एथॉक्साइड बनता है।
 
प्रश्न 17.
 एथिल ऐल्कोहॉल के दो प्रमुख उपयोग दीजिए। (2011, 15)
 उत्तर:
 1. शराब तथा अन्य एल्कोहॉलीय पेय पदार्थ बनाने में
 2. यह एक अच्छा विलायक है।

प्रश्न 18.
 ऐसीटिक अम्ल का संरचना सूत्र लिखिए। इसकी अपचयन की अभिक्रिया का समीकरण लिखिए।
 या ऐसीटिक अम्ल से एथिल ऐल्कोहॉल कैसे प्राप्त करेंगे? ( केवल समीकरण दीजिए)
 उत्तर:
 संरचना सूत्र
 
 अपचयन अभिक्रिया यह लीथियम ऐलुमिनियम हाइड्राइड द्वारा अपचयित होकर एथिल ऐल्कोहॉल बनाता है।
 
प्रश्न 19.
 ऐसीटिक अम्ल के निर्जलीकरण की अभिक्रिया का समीकरण लिखिए। (2011, 16)
 या ऐसीटिक अम्ल से ऐसीटिक एन्हाइड्राइड कैसे प्राप्त करेंगे? (2013)
 उत्तर:
 P2O5 (निर्जलीकारक) की उपस्थिति में गर्म करने पर ऐसीटिक अम्ल के दो अणुओं में से जल का एक अणु पृथक हो जाता है तथा ऐसीटिक एन्हाइड्राइड प्राप्त होता है –
 
प्रश्न 20.
 क्या होता है जब ऐसीटिक अम्ल फॉस्फोरस पेन्टाक्लोराइड से क्रिया करता है? (2014)
 उत्तर:
 ऐसीटिल क्लोराइड बनता है –
 
प्रश्न 21.
 आप निम्नलिखित परिवर्तन किस प्रकार करेंगे (केवल रासायनिक समीकरण दीजिए) ऐसीटिक अम्ल से मेथेन।। (2012, 13, 14, 16)
 उत्तर:
 
 प्रश्न 22.
 क्या होता है जबकि ऐसीटिक अम्ल को P2O5 के साथ गर्म किया जाता है? (2017)
 उत्तर:
 ऐसीटिक अम्ल को P2O5 के साथ गर्म करने पर, इसके दो अणुओं में से जल का एक अणु पृथक हो जाता है तथा ऐसीटिक एन्हाइड्राइड प्राप्त होता है।

प्रश्न 23.
 ऐसीटिक अम्ल के दो उपयोग लिखिए। (2011)
 उत्तर:
 1. प्रयोगशाला में अभिकर्मक के रूप में।
 2. कृत्रिम सिरका बनाने में।
प्रश्न 24.
 साबुन क्या है ? किसी एक साबुन का रासायनिक सूत्र व नाम लिखिए। (2018)
 उत्तर:
 साबुन उच्च वसीय अम्लों के क्षारीय (सोडियम या पोटेशियम) लवण होते हैं। एक प्रमुख साबुन सोडियम स्टिएरेट (CH17H35COONa) है।
प्रश्न 25.
 साबुन के निर्माण में प्रयुक्त प्रमुख दो पदार्थों के नाम लिखिए। (2017)
 उत्तर:
 साबुन के निर्माण में प्रयुक्त दो प्रमुख पदार्थ तेल या वसा व कास्टिक सोडा हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
 कार्बनिक परमाणु की चारों संयोजकताओं के बारे में ली बेल तथा वान्टहॉफ की धारणा का सचित्र वर्णन कीजिए। या चित्रों की सहायता से कार्बनिक परमाणु की संयोजकता की चतुष्फलकीय आकृति समझाइए।
 या कार्बन की चतुष्फलकीय प्रकृति पर टिप्पणी लिखिए। (2013, 15)
 उत्तर:
 कार्बन परमाणु की चारों संयोजकताएँ एक ही समतल में समान रूप से 90° के कोण पर वितरित नहीं होती हैं। ली बेल तथा वान्ट हॉफ (Le Bel and Vant Hoff) 1874 ई० के अनुसार, यदि कार्बन परमाणु को किसी समचतुष्फलक (regular tetrahedron) के केन्द्र पर स्थित माना जाये तो इसकी चारों संयोजकताएँ समचतुष्फलक के चारों शीर्षों को केन्द्र से मिलाने वाली चार सरल रेखाओं को प्रदर्शित करती हुई होती हैं। इस प्रकार किन्हीं भी दो संयोजकताओं के बीच 109° 28′ का कोण होता है। कार्बन की चारों संयोजकताएँ चित्रानुसार आकाश (space) में वितरित रहती हैं।
 
 सुविधा के लिए कार्बन की चारों संयोजकताएँ समतल में  द्वारा प्रदर्शित की जाती हैं।
 द्वारा प्रदर्शित की जाती हैं।
प्रश्न 2.
 कार्बनिक यौगिकों की निम्न विशेषताओं को संक्षेप में समझाइए (2012)
 1. समावयवता
 2. बन्धनों की प्रकृति
 उत्तर:
 1. कार्बनिक यौगिकों में समावयवता पायी जाती है। एक ही अणुसूत्र द्वारा दो अथवा दो से अधिक भिन्न-भिन्न यौगिकों को दर्शाये जाने की घटना को समावयवता कहते हैं और इन भिन्न-भिन्न यौगिकों को आपस में समावयवी कहते हैं।
उदाहरणार्थ: C2H6O अणुसूत्र एथिल ऐल्कोहॉल (C2H5OH) तथा डाइमेथिल ईथर (CH3OCH3) दो भिन्न-भिन्न यौगिकों को दर्शाता है। अत: एथिल ऐल्कोहॉल तथा डाइमेथिल ईथर आपस में समावयवी हैं।

2. कार्बनिक यौगिकों में सहसंयोजक बन्ध पाये जाते हैं। कार्बन के दो परमाणु आपस में संयोग करके एकलबन्ध, द्विबन्ध और त्रिबन्ध बनाते हैं। कार्बन परमाणुओं में आपस में जुड़कर श्रृंखलाएँ बनाने की अद्वितीय क्षमता होती है।
प्रश्न 3.
 ऐल्केन, ऐल्कीन तथा एल्काइन से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए। (2012, 18)
 या संतृप्त तथा असंतृप्त हाइड्रोकार्बन में क्या अन्तर है? उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए। (2013, 15)
 या असंतृप्त हाइड्रोकार्बन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2013)
 या संतृप्त तथा असंतृप्त हाइड्रोकार्बनों से आप क्या समझते हैं? उदाहरण द्वारा स्पष्ट करें। (2018)
 उत्तर:
 1.संतृप्त हाइड्रोकार्बन (Saturated hydrocarbons) वे हाइड्रोकार्बन जिनके अणुओं में उपस्थित कार्बन परमाणुओं में से प्रत्येक की चारों संयोजकताएँ, एकल बन्धों (single bonds) द्वारा सन्तुष्ट होती हैं, संतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं। उदाहरणार्थ :
 
इनका सामान्य अणुसूत्र CnH2n+2 होता है। इस श्रेणी के यौगिकों को ऐल्केन अथवा पैराफिन भी कहते हैं। ये कम क्रियाशील होते हैं, परन्तु प्रतिस्थापित यौगिक बनाते हैं।
2. असंतृप्त हाइड्रोकार्बन (Unsaturated hydrocarbons) ऐसे हाइड्रोकार्बन जिनके अणुओं में उपस्थित कार्बन परमाणुओं के आपस में एक-एक संयोजकता बन्ध (bond) बनाने के बाद कार्बन परमाणुओं की शेष संयोजकताओं को पूर्णतया सन्तुष्ट करने हेतु हाइड्रोजन परमाणु उपलब्ध नहीं होते हैं और अणु में उपस्थित दो कार्बन परमाणुओं को आपस में द्विबन्ध (double bond) या त्रिबन्ध (triple bond) बनाना पड़ता है, असंतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं।
 उदाहरणार्थ :
 
 असंतृप्त हाइड्रोकार्बन को पुन: दो भागों में विभाजित किया गया है –
 1. ओलीफिन या ऐल्कीन (Olefin or Alkene) इनमें दो कार्बन परमाणुओं के बीच एक द्विबन्ध होता है, ये एथिलीन श्रेणी के हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं। इनका सामान्य सूत्र CnH2nहोता है।
 2. ऐसीटिलीन या ऐल्काइन (Acetylene or Alkyne) इनमें दो कार्बन परमाणुओं के बीच एक त्रिबन्ध होता है। ये ऐसीटिलीन श्रेणी के हाइड्रोकार्बन हैं। इनका सामान्य सूत्र CnH2n-2 होता
 असंतृप्त यौगिक संतृप्त यौगिकों की अपेक्षा अधिक क्रियाशील होते हैं तथा योगशील यौगिक बनाते हैं।

प्रश्न 4.
 विषम चक्रीय यौगिक पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2013)
 उत्तर:
 वे चक्रीय यौगिक जिनके संवृत श्रृंखला के बनाने में कार्बन के अतिरिक्त अन्य तत्त्वों के परमाणु भी भाग लेते हैं, विषम चक्रीय यौगिक कहलाते हैं। उदाहरणार्थ-पिरिडीन, थायोफीन, फ्यूरॉन।
 
प्रश्न 5.
 समूह या मूलक से आप क्या समझते हैं ? अभिक्रियात्मक समूह का क्या तात्पर्य है ? (2015, 16, 18)
 या ऐल्किल मूलक पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए। (2012, 13)
 या क्रियात्मक समूह पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2017)
 या क्रियात्मक समूह को उदाहरण सहित समझाइए। (2015)
 उत्तर:
 कार्बनिक यौगिक प्राय: दो भागों से मिलकर बने होते हैं। प्रत्येक भाग को समूह या मूलक कहते हैं। माना कि यौगिक R – X है, इसके दो भाग निम्नवत् होंगे
 
प्रथम भाग -R, ऐल्किल (समूह) मूलक तथा द्वितीय भाग अभिक्रियात्मक समूह कहलाता है। ऐल्किल मूलक किसी संतृप्त हाइड्रोकार्बन से एक हाइड्रोजन परमाणु कम करने से प्राप्त होता है तथा यौगिक के भौतिक गुणों को प्रदर्शित करता है। अभिक्रियात्मक समूह Functional group or Radical यह समूह यौगिक का वह भाग है जिस पर यौगिकों के रासायनिक गुण निर्भर करते हैं; अत: वे कार्बनिक यौगिक जिनका अभिक्रियात्मक समूह एक ही होता है, रासायनिक गुणों में समान होंगे।

प्रश्न 6.
 निम्नलिखित यौगिकों में उनके मूलकों तथा अभिक्रियात्मक समूहों के नाम लिखिए
 (i) CH3COOH या
 
 (ii) CH3COOCH3
 (iii) C2H5CHO
 (iv) C3H7OH (2009, 10, 11, 12)
 उत्तर:
 
प्रश्न 7.
 ऐल्कोहॉल, ऐल्डिहाइड, कीटोन तथा कार्बोक्सिलिक समूह के सूत्र लिखिए। (2011)
 उत्तर:
 ऐल्कोहॉल – -OH
 ऐल्डिहाइड – -CHO
 कीटोन – >C= O
 कार्बोक्सिलिक – -COOH
प्रश्न 8.
 निम्नलिखित यौगिकों के I.U.P.A.C. नाम लिखिए
- CH3COOH (ऐसीटिक अम्ल) (2009, 13, 16)
- HCHO (2009, 10, 11, 13)
- HCOOH (2010, 13)
- CH3OH (2009, 10)
- CH3-CH = CH2 (2013)
- CH3-C = CH (2011, 12, 14)
- CH2=CH-CH=CH2 (2009, 12, 15, 17)
- CH3CHC = CH – CH3 (2011)
उत्तर:
- CH3COOH – एथेनोइक अम्ल
- HCHO – मेथेनल
- HCOOH – मेथेनोइक अम्ल
- CH3OH – मेथेनॉल
- CH3 -CH = CH2 – प्रोपीन
- CH3-C=CH – प्रोपाइन
- CH2 =CH – CH = CH2 – 1, 3 ब्यूटाडाइईन
- CH3 – HC = CH – CH3 – ब्यूटीन-2
प्रश्न 9.
 निम्नलिखित यौगिकों के आई०यू०पी०ए०सी० प्रणाली में नाम लिखिए – (2013)
 
 उत्तर:
 1. 2, 2 डाइमेथिल पेन्टेन
 2. मेथॉक्सी एथेन
प्रश्न 10.
 निम्नलिखित यौगिकों के I.U.P.A.C. में नाम लिखिए
 
 उत्तर:
 1. पेन्टेनोन-2
 2. 2-मेथिल प्रोपेनल
प्रश्न 11.
 निम्नलिखित यौगिकों के आई०यू०पी०ए०सी० नाम लिखिए –
 
 उत्तर:
 1. एथिल एथेनोएट
 2.  प्रोपेनॉल
प्रश्न 12
 निम्नलिखित यौगिकों के I.U.P.A.C. में नाम लिखिए।
 
 उत्तर:
 1. 2 मेथिल ब्यूटीन-2,
 2. एथेन-1, 2 डाइऑल
प्रश्न 13.
 निम्नलिखित यौगिकों के संरचनात्मक सूत्र लिखिए -(2011, 12, 14)
- एथेनोइक अम्ल
- मेथिल ऐसीटिलीन
- मेथेनल (2018)
- 1 प्रोपाइन
- 1, 3 ब्यूटाडाइईन
उत्तर:
 
 (v) CH2=CH-CH=CH2
प्रश्न 14.
 निम्नलिखित यौगिकों के संरचनात्मक सूत्र लिखिए
 1. प्रोपेन-2-ऑल (2017)
 2. 2-हाइड्रॉक्सी प्रोपेनोइक अम्ल (2015)
 उत्तर:
 
प्रश्न 15
 निम्नलिखित यौगिकों के संरचनात्मक सूत्र लिखिए –
 1. पेन्टेनोन-3 (2018)
 2. ब्यूटेनोन-2 (2015, 17)
 उत्तर:
 
प्रश्न 16.
 मेथेन की ओजोन, नाइट्रिक अम्ल व वायु (ऑक्सीजन के साथ दहन) से अभिक्रिया का समीकरण दीजिए। क्या होता है जब मेथेन की नाइट्रिक अम्ल के साथ 400°C पर क्रिया होती है? (2017)
 या  क्या होता है जबकि मेथेन का ओजोन से ऑक्सीकरण किया जाता है? (2016)
 या  मेथेन के तीन रासायनिक गुण लिखिए। (2011, 13)
 या  मेथेन से मेथेनल कैसे प्राप्त करेंगे? समीकरण दीजिए। (2012)
 या कैसे प्राप्त करेंगे? मेथेन से नाइट्रो मेथेन (2015)
 उत्तर:
 मेथेन की ओजोन से क्रिया मेथेन का ओजोन द्वारा उपचयन (oxidation) होने पर फॉर्मेल्डिहाइड बनती है।
 
 मेथेन की नाइट्रिक अम्ल से क्रिया यदि मेथेन को नाइट्रिक अम्ल के साथ 400°C पर तप्त किया जाये तो मेथेन अणु के एक हाइड्रोजन परमाणु का -NO2वर्ग द्वारा प्रतिस्थापन हो जाता है और नाइट्रो मेथेन की प्राप्ति होती है।
 
 मेथेन की वायु के साथ क्रिया यह वायु अथवा ऑक्सीजन के साथ गर्म करने पर CO2 और H2O बनाती है।
 
प्रश्न 17.
 पेट्रोलियम क्या है ? भारत में यह कहाँ पाया जाता है ? इससे प्राप्त होने वाले मुख्य ईंधनों के नाम व उपयोग लिखिए। या पेटोलियम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2014, 16)
 उत्तर:
 पेट्रोलियम प्रकृति में कुछ स्थानों पर चट्टानों के नीचे एक गाढ़ा, चिपचिपा तथा गहरे रंग का द्रव पाया जाता है। इस द्रव में मुख्यत: C1 से C40 तक के ऐलिफैटिक हाइड्रोकार्बन उपस्थित होते हैं। इस द्रव को पेट्रोलियम या अपरिष्कृत (कच्चा) तेल कहते हैं। यह विभिन्न पदार्थों का मिश्रण है।

भारत में पेट्रोलियम प्राप्ति के स्थान असम, गुजरात तथा राजस्थान के कुछ भाग।
 पेट्रोलियम का संघटन पेट्रोलियम में मुख्यत: C1 से C40 तक के ऐलिफैटिक कार्बनिक यौगिक, कुछ ऐलिसाइक्लिक हाइड्रोकार्बन, कुछ ऐरोमैटिक यौगिक तथा क्लोरोफिल, हीमिन उपस्थित होते हैं।
मुख्य ईंधन के नाम व उपयोग –
 
प्रश्न 18.
 प्रतिस्थापन अभिक्रिया पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2012, 13, 18)
 या प्रतिस्थापन अभिक्रिया को एक उदाहरण देकर समझाइए। (2011, 17, 18)
 उत्तर:
 जब किसी यौगिक के अणु में से एक या एक से अधिक परमाणु या समूह क्रमशः किसी अन्य परमाणुओं अथवा समूह से विस्थापित हो जाते हैं, तो वे क्रियाएँ विस्थापन प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ (substitution reactions) कहलाती हैं। इस प्रकार प्राप्त नये यौगिक को विस्थापित यौगिक कहते हैं। विस्थापन क्रिया का उदाहरण मेथेन को सान्द्र HNO3 (नाइट्रिक अम्ल) के साथ 400°C पर गर्म करने पर मेथेन अणु का एक हाइड्रोजन परमाणु -NO2 समूह द्वारा प्रतिस्थापित हो जाता है और नाइट्रो मेथेन बनता है।
 
 प्रश्न 19.
 निम्नलिखित परिवर्तन किस प्रकार करेंगे? (केवल रासायनिक समीकरण दीजिए) मेथेन से एथेन (2013, 16, 17)
 उत्तर:
 मेथेन की सूर्य के मन्द प्रकाश में क्लोरीन से क्रिया करने पर मेथिल क्लोराइड प्राप्त होता है।
 
 अब CH3Cl व Na की वु अभिक्रिया द्वारा एथेन प्राप्त होती है।
 
प्रश्न 20.
 एथिल ऐल्कोहॉल के निर्माण की दो विधियों के समीकरण लिखिए। या क्या होता है जब एथिल ऐसीटेट को क्षारक की उपस्थिति में जल अपघटित कराते (2016)
 उत्तर:
 1. एथिल ऐसीटेट से
 एथिल ऐसीटेट को क्षारक की उपस्थिति में जल अपघटित कराने पर एथिल ऐल्कोहॉल बनता है।
 
 2. एथिलीन से –
 
प्रश्न 21.
 एथिल ऐल्कोहॉल से एथिलीन कैसे प्राप्त करोगे? या क्या होता है जब एथिल ऐल्कोहॉल को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ 160°C-170°C पर गर्म करते हैं? (2015, 16, 17, 18)
 उत्तर:
 एथिल ऐल्कोहॉल को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ गर्म (160°-170°C) करने पर एथिलीन प्राप्त होती है।
 
प्रश्न 22.
 एथिल ऐल्कोहॉल की निम्न के साथ क्रिया लिखिए (2016, 18)
 1. NH3
 2. Cl2
 3. PCl5
 उत्तर:
 1. एथिल ऐमीन बनता है।
 
 2. एथिल ऐल्कोहॉल की क्लोरीन से निम्न प्रकार अभिक्रिया होती है –
 
 3. एथिल क्लोराइड बनता है –
 
प्रश्न 23.
 ‘स्प्रिट तथा शराब में क्या अन्तर है ? परिशोधित स्प्रिट क्या होती है? (2011, 12)
 उत्तर:
 यदि ऐल्कोहॉलीय पेय पदार्थ आसुत है तो उसे स्प्रिट कहते हैं तथा यदि ऐल्कोहॉलीय पेय पदार्थ आसुत नहीं है तो इसे शराब कहते हैं। 95% ऐल्कोहॉल तथा 5% जल के मिश्रण को परिशोधित स्प्रिट कहते हैं।

प्रश्न 24.
 साबुन क्या है ? इसके बनाने की रासायनिक अभिक्रिया लिखिए। (2013, 14)
 या साबुन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2015, 16)
 या साबुन के निर्माण में प्रयुक्त प्रमुख दो पदार्थों के नाम लिखिए तथा साबुन बनाने की विधि का समीकरण भी लिखिए। (2011, 12, 13)
 या साबुन के निर्माण से प्राप्त सहउत्पाद का नाम व सूत्र लिखिए। साबुनीकरण अभिक्रिया का समीकरण दीजिए (2012)
 या साबुनीकरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2013, 14, 15, 16, 17, 18)
 या क्या होता है जब ट्राइस्टिएरिन को कॉस्टिक सोडा के साथ गर्म किया जाता है? (2016)
 उत्तर:
 उच्च अणुभार वाले मोनो-कार्बोक्सिलिक अम्लों के सोडियम तथा पोटेशियम लवण साबुन कहलाते हैं। ये तेलों और वसाओं के तनु NaOH या KOH द्वारा जल अपघटन से प्राप्त किये जाते हैं। इस क्रिया को साबुनीकरण कहते हैं।
साबुन बनाने की रासायनिक अभिक्रिया (साबुनीकरण)
 
प्रश्न 25.
 अच्छे साबुन की विशेषताएँ लिखिए ? (2009, 13, 18)
 या श्रेष्ठ साबुन के गुण बताइए।
 उत्तर:
 अच्छे साबुन में निम्नलिखित गुण होने चाहिए –
- साबुन क्षार रहित होना चाहिए, क्योंकि क्षार वस्त्रों तथा त्वचा को हानि पहुंचाता है।
- प्रयोग में लाने पर साबुन चटकना नहीं चाहिए।
- साबुन चिकना एवं मुलायम होना चाहिए, खुरदरा साबुन अच्छा नहीं होता है।
- साबुन ऐल्कोहॉल में विलेय होना चाहिए।
- साबुन में जल की मात्रा 10% से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- इसमें कीटाणुनाशक पदार्थ मिले होने चाहिए।
प्रश्न 26.
 मिसेल पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2016, 18)
 उत्तर:
 साबुन के अणु ऐसे होते हैं जिनके दोनों सिरों के विभिन्न गुणधर्म होते हैं। जल में विलेय एक सिरे को जलरागी कहते हैं तथा हाइड्रोकार्बन में विलेय दूसरे सिरे को जलविरागी कहते हैं। जब साबुन जल की सतह पर होता है तब इसके अणु अपने को इस प्रकार व्यवस्थित कर लेते हैं कि इसका आयनिक सिरा जल के अन्दर होता है जबकि हाइड्रोकार्बन पूँछ (दूसरा छोर) जल के बाहर होती है। जल के अन्दर इन अणुओं की एक विशेष व्यवस्था होती है।

ऐसा अणुओं का बड़ा गुच्छा बनने के कारण होता है जिसमें जलविरागी पूँछ गुच्छे के आन्तरिक हिस्से में होती है जबकि उसका आयनिक सिरा गुच्छे की सतह पर होता है। इस संरचना को मिसेल कहते हैं। मिसेल के रूप में साबुन स्वच्छ करने में सक्षम होता है क्योंकि तैलीय मैल मिसेल के केन्द्र में एकत्र हो जाते हैं। मिसेल विलयन में कोलॉइड के रूप में बने रहते हैं तथा आयन-आयन विकर्षण के कारण वे अवक्षेपित नहीं होते। इस प्रकार मिसेल में तैरते मैल आसानी से हटाए जा सकते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
 ऐलिफैटिक तथा ऐरोमैटिक यौगिक क्या हैं? स्पष्ट करें। ऐलिफैटिक तथा ऐरोमैटिक यौगिकों में महत्त्वपूर्ण तीन अन्तर लिखें। (2014)
 या ऐलिफैटिक यौगिक पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2013)
 या ऐरोमैटिक यौगिक पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2015)
 उत्तर:
 ऐलिफैटिक यौगिक “वे सभी यौगिक जिनके अणुओं में कार्बन के सभी परमाणु खुली श्रृंखला में सीधी अथवा शाखायुक्त रूप में व्यवस्थित होते हैं, विवृत श्रृंखला यौगिक या ऐलिफैटिक यौगिक कहलाते हैं।” उदाहरणार्थ- मेथेन, एथेन, एथिल ब्रोमाइड, आइसोब्यूटेन
 
 
 उपर्युक्त सभी यौगिकों में कार्बन परमाणुओं की चारों संयोजकताएँ सन्तुष्ट हैं, परन्तु ऐसे भी विवृत श्रृंखला युक्त यौगिक होते हैं, जिनमें कार्बन परमाणुओं के मध्य एक या एक से अधिक द्विबन्ध या त्रिबन्ध (double or triple bond) हो सकते हैं; जैसे-एथिलीन, ऐसीटिलीन, ब्यूटाडाइईन 1-31
 
 ऐरोमैटिक यौगिक संवृत श्रृंखला वाले वे समचक्रीय कार्बनिक यौगिक जिनकी संवृत श्रृंखला में 6 कार्बन परमाणु होते हैं तथा कार्बन परमाणुओं में एकान्तर क्रम में द्वि-बन्ध होता है, ऐरोमैटिक यौगिक कहलाते हैं। इन यौगिकों में एक विशेष प्रकार की गन्ध होती है, अर्थात् सौरभीय प्रकृति के होते हैं। इस श्रेणी का प्रथम मूल्यवान यौगिक बेंजीन है, जिसका अणुसूत्र C6H6है। बेंजीन के संरचना सूत्र को निम्नलिखित प्रकार से प्रदर्शित किया जा सकता है
 
 ऐरोमैटिक तथा ऐलिफैटिक यौगिकों में अन्तर –
 
प्रश्न 2.
 निम्नलिखित यौगिकों का आई०यू०पी०ए०सी० पद्धति में नाम बताइए
- C2H5CHO (2009, 14, 17)
- CH3OCH3 (2017)
- CH3OC2H5 (2011)
- CH3CH2COOH (2013, 14, 16)
- C2H4 या CH2 = CH2 (2011)
- CH3CH2Cl (2009)
- CH3-CO-CH3 (2016, 17, 18)
उत्तर:
- C2H5CHO …..प्रोपेनल
- CH3OCH3 …… मेथॉक्सी मेथेन
- CH3OC2H5 …… मेथॉक्सी एथेन
- CH3CH2COOH …… प्रोपेनोइक अम्ल
- C2H4 या CH2 = CH2 …… एथीन
- CH3CH2Cl …… क्लोरो एथेन
- CH3-CO-CH3 …….. प्रोपेनोन

प्रश्न 3.
 निम्नलिखित यौगिकों के आई०यू०पी०ए० सी० पद्धति में नाम बताइए –
- CH3 – CH2 – CH2-CH2-CH3 (2014)
- CH3CHO (ऐसेटेल्डिहाइड) (2009, 16)
- CH3CH2COCH2CH3(2011)
- HC = CH
- C2H5OH (एथिल ऐल्कोहॉल) (2015, 16, 18)
- CH3=C = C–CH3 (2011, 16)
- CH3-CHOH-CH3 (2013)
- (CH3)2CH-CH2OH (2012)
उत्तर:
- पेन्टेन
- एथेनल
- पेन्टेनोन-3
- एथाइन
- एथेनॉल
- ब्यूटाइन-2
- प्रोपेनॉल-2
- 2-मेथिल प्रोपेनॉल-1
प्रश्न 4.
 एथिल ऐल्कोहॉल के निर्माण की प्रमुख विधियों का रासायनिक समीकरण देते हुए संक्षिप्त विवरण दीजिए। इसकी
 (i) हैलोजन अम्ल
 (ii) सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ 170°C ताप पर क्या अभिक्रिया होती है? (2012, 14,15, 16, 18)
 या एथिलीन से एथिल ऐल्कोहॉल बनाने की विधि का रासायनिक समीकरण दीजिए। (2013, 18)
 या एथिल ऐल्कोहॉल के दो रासायनिक गुणों को लिखिए। (2015)
 या स्टार्च से एथिल ऐल्कोहॉल के औद्योगिक निर्माण विधि का वर्णन कीजिए। रासायनिक अभिक्रिया के समीकरण भी लिखिए। (2017, 18)
 या किण्वन द्वारा एथेनॉल के निर्माण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2012, 13, 14, 15, 16, 17, 18)
 उत्तर:
 एथिल ऐल्कोहॉल बनाने की विधियाँ –
 1. एथिलीन को सान्द्र H2SO4 में अवशोषित करके भाप द्वारा जल अपघटित करने पर एथिल ऐल्कोहॉल (एथेनॉल) बनता है।
 
 2. एथिल ऐल्कोहॉल का व्यापारिक मात्रा में निर्माण शर्करा एवं स्टार्च के किण्वन के द्वारा किया जाता है। किण्वन एक धीमी जैविक प्रक्रिया है जोकि विषाणुओं या खमीर के द्वारा सम्पन्न होती है। स्टार्च युक्त पदार्थों के किण्वन में निम्नलिखित अभिक्रियाएँ होती हैं –
 
 अभिक्रियाएँ –
 1. हैलोजन अम्ल से हैलोजन अम्लों से अभिक्रिया करने पर एथिल हैलाइड बनता है।
 
 2. सान्द्र सल्फ्यू रिक अम्ल के साथ सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ 170°C पर गर्म करने पर यह एथिलीन बनाता है।
 
प्रश्न 5.
 एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल बनाने की विधि बताइए। एथेनॉइक अम्ल की निम्न के साथ अभिक्रिया लिखिए (2015)
 1. सोडियम
 2. NaHCO3
 3. सान्द्र H2 SO4 की उपस्थिति में एथिल ऐल्कोहॉल के साथ (2018)
 ऐसीटिक अम्ल बनाने की किसी एक विधि का रासायनिक समीकरण लिखिए। इसके तीन प्रमुख रासायनिक गुण भी लिखिए। (2011, 13, 14, 16, 18)
 एथिल ऐल्कोहॉल से ऐसीटिक अम्ल बनाने की विधि का रासायनिक समीकरण लिखिए। (2011, 12)
 या एथेनॉल की ऑक्सीकरण अभिक्रिया का समीकरण लिखिए। (2013)
 उत्तर:
 एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल (ऐसीटिक अम्ल ) बनाने की प्रयोगशाला विधि एथेनॉल का क्षारीय KMnO. द्वारा ऑक्सीकरण होने पर प्राप्त विलयन का तनु HCl द्वारा उदासीनीकरण कराने पर एथेनॉइक अम्ल प्राप्त होता है।
 
 प्रमख अभिक्रियाएँ या रासायनिक गण –
 1. सोडियम के साथ सोडियम के साथ क्रिया होने पर सोडियम ऐसीटेट बनता है तथा हाइड्रोजन गैस मुक्त होती है।
 
 2. NaHCO3 के साथ सोडियम ऐसीटेट बनता है तथा कार्बन डाइ-ऑक्साइड गैस निकलती है।
 
 3. सान्द्र H2SO4 की उपस्थिति में एथिल ऐल्कोहॉल के साथ क्रिया एथिल ऐसीटेट बनता है।
 

प्रश्न 6.
 ऐसीटिक अम्ल बनाने की निम्न विधियों का संक्षिप्त विवरण रासायनिक समीकरण देते हुए दीजिए
 1. मेथिल सायनाइड से
 2. ऐसीटेमाइड से
 3. मुख्य औद्योगिक विधि द्वारा (2014, 16, 17)
 इसकी निम्न अभिक्रियाओं के समीकरण भी दीजिए (2012)
 (i) निर्जलीकरण
 (i) श्मिट अभिक्रिया (2014, 15, 16, 17)
 ऐसीटिक अम्ल निर्माण की दो विधियों का वर्णन समीकरण द्वारा कीजिए। (2013, 16, 17)
 या किण्वन विधि द्वारा एथिल ऐल्कोहॉल से ऐसीटिक अम्ल बनाने की विधि का रासायनिक समीकरण सहित वर्णन कीजिए। (2017)
 उत्तर:
 1. मेथिल सायनाइड से मेथिल सायनाइड के तनु अम्ल अथवा तनु क्षार द्वारा जल अपघटन से ऐसीटिक अम्ल प्राप्त होता है।
 
 2. ऐसीटेमाइड से ऐसीटेमाइड पर नाइट्रस अम्ल की क्रिया से ऐसीटिक अम्ल प्राप्त होता है।
 
 3. मुख्य औद्योगिक विधि औद्योगिक विधि में ऐसीटिक अम्ल का निर्माण, वायु में उपस्थित माइकोडर्मा ऐसीटि नामक जीवाणु द्वारा एथिल ऐल्कोहॉल के किण्वन से होता है।
 
निर्जलीकरण तथा श्मिट अभिक्रियाओं का वर्णन निम्नवत् है –
 (1) निर्जलीकरण क्रिया ऐसीटिक अम्ल को निर्जलीकारकों; (जैसे-फॉस्फोरस पेन्टाऑक्साइड) की उपस्थिति में गर्म करने पर इसके दो अणुओं में से जल का एक अणु पृथक् हो जाता है तथा ऐसीटिक एन्हाइड्राइड प्राप्त होता है।
 
 (2) श्मिट अभिक्रिया सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल की उपस्थिति में हाइड़ेजोइक अम्ल (N3H) से अभिक्रिया करने पर ऐसीटिक अम्ल, मेथिल ऐमीन देता है। इस क्रिया को श्मिट अभिक्रिया कहते हैं।
 

प्रश्न 7.
 एस्टरीकरण से आप क्या समझते हैं ? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए। एथिल ऐसीटेट के जल-अपघटन की समीकरण दीजिए। ऐसीटिक अम्ल के प्रमुख उपयोगों का उल्लेख कीजिए। (2013, 14, 16)
 ऐसीटिक अम्ल के एस्टरीकरण की अभिक्रिया का समीकरण लिखिए। (2011, 12)
 ऐसीटिक अम्ल से एथिल ऐसीटेट कैसे प्राप्त करेंगे? (2013)
 एस्टरीकरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (2014, 15, 16, 17, 18)
 क्या होता है जब ऐसीटिक अम्ल की सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल की उपस्थिति में एथिल ऐल्कोहॉल से क्रिया कराते हैं?
 उत्तर:
 जिस प्रकार अम्ल और क्षार की पारस्परिक अभिक्रिया से लवण तथा जल बनते हैं ठीक उसी प्रकार अम्ल तथा ऐल्कोहॉल की अभिक्रिया से एस्टर तथा जल बनते हैं। इस अभिक्रिया को एस्टरीकरण कहते हैं। कार्बोक्सिलिक अम्लों की एस्टरीकरण क्रिया प्रायः सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल की उपस्थिति में करायी जाती है। यह निर्जलीकरण तथा उत्प्रेरक दोनों का कार्य करता है। उदाहरण के लिए,
 
 एथिल ऐसीटेट के जल अपघटन का समीकरण –
 
उपयोग –
 1. प्रयोगशाला में अभिकर्मक के रूप में
 2. कृत्रिम सिरका बनाने में।

प्रश्न 8.
 ऐसीटिक अम्ल की निम्न के साथ रासायनिक अभिक्रिया लिखिए (2017)
- PCl5
- NaOH
- N3H
- Cl2
उत्तर:
 1. ऐसीटिल क्लोराइड बनाता है –
 
 2. सोडियम ऐसीटेट बनता है –
 
 3. उपरोक्त प्रश्न के अन्तर्गत श्मिट अभिक्रिया देखें।
 4. लाल फॉस्फोरस की उपस्थिति में ऐसीटिक अम्ल में क्लोरीन या ब्रोमीन प्रवाहित करने पर मेथिल मूलक के हाइड्रोजन परमाणु एक-एक करके क्लोरीन अथवा ब्रोमीन परमाणुओं से विस्थापित हो जाते हैं।
 